धनारी में चोरों ने 1.7 लाख की नगदी समेत लाखों के जेवरात किए चोरी
धनारी थाना क्षेत्र के गांव भागनगर में चोरों ने एक घर से एक लाख सात हजार की नगदी और लाखों के जेवरात चोरी कर फरार हो गए। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। चूरामन की मढ़ैया में भी चोरों ने 12 हजार की...
क्षेत्र के गांव भागनगर में चोरों ने एक घर को निशाना बनाते हुए बक्शे में रखे एक लाख सात हजार की नगदी और लाखों के जेवरात चोरी कर फरार हो गए। पुलिस ने घटना का निरीक्षण कर पीड़ित की तहरीर पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी। धनारी थाना क्षेत्र के गांव भागनगर निवासी सोमवीर पुत्र लायक सिंह अपनी पत्नी चंद्रकली के साथ अलग घर में रहता है। जबकि, भाई रघुवर दयाल अलग रहता है। सोमवीर रेलवे में नौकरी करने के कारण बाहर रहता है। बुधवार रात सोमवीर घर पर नहीं था, जबकि उसकी पत्नी चंद्रकली व उसका बेटा घर पर थे। पीड़ित के भाई रघुवर दयाल ने बताया कि शाम को चंद्रकली खाना खाकर अपने बेटे के साथ बाहर सो गई। रात्रि में किसी समय चोर छत पर चढ़ गए और छत पर लगे जाल को खोलकर जाल में साड़ी बांधकर उसके रास्ते नीचे उतर गए। एक लाख सात हजार रुपये नगद व सोने की 3 हसली, 3 जंजीर, एक हार, चार चूड़ी व चांदी के खडूआ हाथ व पैर के आदि सामान चोरी कर जीने के रास्ते फरार हो गये। सुबह पांच बजे जब चंद्रकली उठी और उसने जाल में साड़ी को बांधे देखा। थाना प्रभारी नरेश कुमार ने बताया कि भागनगर निवासी सोमवीर के घर में चोरी हुई है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना का जल्द खुलासा किया जायेगा।
सुरक्षित घर समझकर सभी के जेबरात रहते थे सोमवीर के घर
भाई रघुवर दयाल ने बताया कि हमारा घर खुले हुए हैं। भाई सोमवीर का घर पूरी तरह से बंद था। इसी को सुरक्षित समझकर वह अपनी पत्नी और मृतक बहन के साथ मृतक भाई की पत्नी के जेरात भी एक जगह ही रखे रहते थे। जिसे चोर चुरा कर ले गये।
----------------------
धनारी थाना क्षेत्र के गांव चूरामन की मढ़ैया में चोरों ने एक घर को निशाना बनाते हुए 12 हजार की नगदी सहित सोने चांदी के जेबरात चोरी कर फरार हो गये। पीड़ित ने घटना की सूचना थाना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
थाना धनारी क्षेत्र के गांव चूरामन की मढ़ैया निवासी ओमप्रकाश पुत्र श्रीराम गुरुवार शाम खाना खाकर घर के पीछे घेर में सोने चला गया। जबकि उसकी पत्नी शीला देवी उसकी पुत्री भूरी लक्ष्मी व बेटे नेमपाल व धर्मवीर आंगन में सो रहे थे। रात्रि में चोर किसी समय खुले दरवाजे के रास्ते घर में घुसे ओर कमरे की कुंडी खोलकर कमरे में दाखिल हुए और बक्शे का ताला तोड़कर उसमें रखे 12 हजार रुपये की नगदी, दो चांदी की पाजेब, एक बड़ी सोने की नथ, एक चांदी की तगड़ी, एक हसुली चोरी कर फरार हो गये। सुबह जब शीला उठी और उसने कमरे का दरवाजा खुला देखा। तब वह कमरे में गई और जब उसकी नजर खुले पड़े बक्शे पर पड़ी तब उसके होश उड़ गये।
लेटेस्ट Hindi News, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर ,और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।