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24 लाख के गबन में पुलिस के साथ बैंक अफसरों ने भी शुरू कराई जांच

गुन्नौर क्षेत्र के कस्बा बबराला की स्टेट बैंक आफ इंडिया शाखा के बैंक प्रबंधक ने बिजली उपभोक्ताओं के लगभग 24 लाख रुपये डकार लिए। उपभोक्ताओं ने बिजली...

24 लाख के गबन में पुलिस के साथ बैंक अफसरों ने भी शुरू कराई जांच
हिन्दुस्तान टीम,संभलThu, 07 Jan 2021 11:48 PM
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संभल/बबराला। हिन्दुस्तान संवाद

गुन्नौर क्षेत्र के कस्बा बबराला की स्टेट बैंक आफ इंडिया शाखा के बैंक प्रबंधक ने बिजली उपभोक्ताओं के लगभग 24 लाख रुपये डकार लिए। उपभोक्ताओं ने बिजली बिल जमा करने को बैंक में चेक लगाए थे, लेकिन बैंक अफसर ने उपभोक्ताओं के खाते से रकम निकाल ली, लेकिन बिजली विभाग के खाते में नहीं जमा किया। बकाए पर जब उपभोक्ताओं के पास बिजली विभाग के नोटिस पहुंचे तो खलबली मच गई। बिजली उपभोक्ताओं ने चेक से बिजली बिल जमा करने के साक्ष्य प्रस्तुत किए। इस पर बिजली अफसरों ने जांच कराई तब बैंक प्रबंधक के रकम डकारने का खुलासा हुआ। इस गबन के मामले में बिजली विभाग के एक्सईएन ने तीन दिन पहले तत्कालीन शाखा प्रबंधक पर मुकदमा दर्ज कराया है। मामले के संज्ञान में आते ही बैंक अधिकारियों के साथ ही पुलिस भी जांच में जुट गई है।

बिजली विभाग का गुन्नौर डिवीजन वर्ष 2018 में बना था। डिवीजन बनने के बाद उपभोक्ताओं द्वारा वर्ष 2019 तक जो चेक जमा किए, उसमें से कुछ चेक ऐसे थे। जिनकी धनराशि उपभोक्ताओं के खाते से तो कट गई लेकिन विभाग के खाते में नहीं पहुंची। विभाग ने जब ऐसे बकायेदारों से तकादा शुरू किया तो उन्होंने बिल जमा करने का दावा किया और अपने खातों का विवरण विभाग को सौंप दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने जांच कराई तो तत्कालीन बैंक अफसरों का फर्जीवाड़ा सामने आया। इस मामले में विभाग ने कई बार बैंक की शाखा में प्रबंधक से भी बात की लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। आखिरकार तीन दिन पहले एक्सईएन जेपी यादव ने एसबीआई के तत्कालीन शाखा प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एफआईआर के बाद पुलिस ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। उधर, बैंक अफसरों ने भी जांच बैठा दी है।

एक्सईएन जेपी यादव ने बताया कि हमारे डिवीजन के विभागीय खाते बबराला की एसबीआई शाखा में थे। कई उपभोक्ताओं ने बैंक की शाखा में चेक लगाए थे। बैंक अफसरों ने उन चेकों के जरिये रकम उपभोक्ताओं के खाते से निकाल ली, लेकिन विभाग के खाते में जमा नहीं की। विभागीय जांच के दौरान सामने आया कि 24 लाख रुपये का तत्कालीन बैंक अफसरों ने गबन किया गया है। एफआईआर दर्ज करा दी गई है।

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