गांव की महिलाएं बनेगी उद्यमी, बनेगा रोजगार हब
गांव की महिलाएं अब विकास की नई इबारत लिखकर उद्यमी बनने जा रही हैं। कलस्टर की तर्ज पर महिलाओं को एक ही छत के नीचे उद्योग चलाने का मौका मिलेगा। रोजगार...
गांव की महिलाएं अब विकास की नई इबारत लिखकर उद्यमी बनने जा रही हैं। कलस्टर की तर्ज पर महिलाओं को एक ही छत के नीचे उद्योग चलाने का मौका मिलेगा। रोजगार हब बनने से स्वयंसेवी सहायता समूह की महिलाएं तों लाखों कमाएंगी ही साथ ही गांव के लोगों को भी रोजगार मिलेगा। इसके लिए महिलाओं का प्रोड्यूसर ग्रुप तैयार किया गया है और जल्द ही ट्रेनिंग भी दी जाएंगी।
जिले में स्वयं सहायत समूह से जुड़ी महिलाओं के दिन जल्द ही बहुरने वाले है। अब अपने हुनर के दम पर उनकी गिनती उद्यमियों में होने लगेगी। जिसके लिए लघु उद्योग चलाने के लिए सरकार की ओर से प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जाएगा। दरअसल जिले में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं 42 प्रकार के अलग-अलग काम कर अपनी आजीविका चला रही है। इनके कार्यों को लघु उद्योग की शक्ल देने की शुरुआत सीडीओ विजय कुमार ने की है। पुंवारका में हौजरी, सरसावा में माता का श्रंगार, बेरी गांव में खादी, भाटखेडी में जैविक खेती और सढ़ौली कदीम में बांस का हब तैयार किया जाएगा। ग्राम पंचायत की जगह पर क्लस्टर की तर्ज पर हब तैयार किया जाएगा। जहां स्वंयसेवी सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं एक ही छत के नीचे अपने लघु उद्योग संचालित कर सकेंगी।
-गांव के लोगों को भी मिलेगा रोजगार
जिले में शुरुआती तौर पर पांच गावों में रोजगार हब बनाने की तैयारी की जा रही है। उसके बाद दूसरे गांवों में ही ऐसे ही हब तैयार किए जाएंगे। हब तैयार होने से गांव की महिलाएं स्वावलंबी बनने के साथ रोजगार की दिशा में नया अध्याय तो लिखेगी ही इसके साथ ही गांव के लोगों को भी रोजगार मिलेगा। छोटे छोटे लघु उद्योगों में गांव के बेरोजगारों को भी रोजगार देने का काम किया जाएगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति ठीक होगी।
-प्रोड्यूसर ग्रुप किया गया तैयार
उपायुक्त रोजगार अरुण उपाध्याय ने बताया कि महिलाओं को रोजगार हब देने के लिए प्रोडयूसर ग्रुप बना दिया गया है। अब ग्रुप से जुडी महिलाओं को जल्द प्रशिक्षण दिया जाएगा। उसके बाद इनके लिए आधुनिक मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। लघु उद्योगो के लिए महिलाओं को बैकों की ओर से लोन भी दिलवाया जाएगा।
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जिले की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए कलस्टर की तर्ज पर हब तैयार किए जाएंगे। जहां एक ही छत की नीचें महिलाएं अपने लघु उद्योग संचालित कर सकेंगी। महिलाओ का प्रोडयूसर ग्रुप बना दिया गया है जल्द ही प्रशिक्षण दिया जाएगा।
-अरुण उपाध्याय, उपायुक्त रोजगार।