अवर अभियंता पर 33 करोड़ के गबन का आरोप
विद्युत वितरण खंड बेहट में विद्युत निगम की राजस्व वसूली में वित्तीय अनियमितता में 33 लाख रुपये की धनराशि को लेकर खंड कार्यालय में हड़कंप मचा है।...
सहारनपुर/बेहट। संवाददाता
विद्युत वितरण खंड बेहट में विद्युत निगम की राजस्व वसूली में वित्तीय अनियमितता में 33 लाख रुपये की धनराशि को लेकर खंड कार्यालय में हड़कंप मचा है। मंगलवार को अवर अभियंता खंड कार्यालय पहुंचे और आरोपों को निराधार बताते हुए अपना स्पष्टीकरण दिया।
विद्युत निगम के राजस्व वसूली में 2 साल के दौरान 32 लाख 88 हजार 858 रुपये जमा नहीं कराए गए। कैश बुक की प्रविष्टि में बैंक राजस्व खाते का मिलान करने पर यह हकीकत सामने आई थी। जिस पर अधिशासी अभियंता द्वारा तत्कालीन कैशियर और मौजूदा अवर अभियंता सत्येंद्र कुमार राणा से स्पष्टीकरण मांगा गया था। मंगलवार को आरोपी अवर अभियंता सत्येंद्र सिंह राणा ने अपना स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि वह खंड के कार्यालय में मुख्य रोकड़िया के पद पर कार्यरत था, सहायक रोकड़िया धन संग्रह कर विभाग द्वारा चयनित बैंक में धनराशि जमा कर बैंक की प्राप्त पावती रसीद दिखाकर मुझसे रसीद प्राप्त करते थे। मेरे कार्यरत समय अवधि का विभागीय ऑडिट भी हो चुका है। जिसमें मुझे मुख्य रोकड़िया पद पर राजस्व संबंधी धनराशि का कोई अवशेष धन नहीं दर्शाया गया है। अवर अभियंता के स्पष्टीकरण मिलते ही खंड कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। अधिशासी अभियंता योगेंद्र सिंह का कहना है कि मामले में जांच चल रही है दोषियों से पैसे की रिकवरी कराई जाएगी।