मजदूरी करने वाले लोगों के सामने रोजगार तलाशने की चुनौती
पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में मजदूरी करने वाले लोगों के सामने अब गांव में रोजगार तलाशने की चुनौती...
पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में मजदूरी करने वाले लोगों के सामने अब गांव में रोजगार तलाशने की चुनौती है। ट्रेन से अपने गांव गए श्रमिकों ने बताया कि दो महीने तक भारी कष्ट में जीवन बीता। अब घर पहुंचने की खुशी है, लेकिन रहने खाने को पैसे नहीं बचें है।
रोजगार की सख्त जरुरत है।बिहार के खगडिया जाने वाले अजमत ने बताया कि वह हरियाणा के यमुनानगर में मजदूरी करते थे। घर आने से पहले यमुनानगर में खाने पीने की समस्या हो गई थी। पैसे खत्म हो गए थे और सरकार से खाने का प्रबंधन सही ढंग से नहीं था। कटिहार निवासी संतोष और विनोद ने बताया कि अब उन लोगों को अपने रोजगार की चिंता सता रही है। होली के बाद जो कमाने का समय था वह समय कोरोना संकट की भेंट चढ़ गया।
अब हम लोग कैसे कमाएं औ कहां काम करेंगे इसकी चिंता है। गांव में काम मिलेगा या नहीं यह कहना मुशिकल है। यहां तो काम के लिए इधर-उधर नहीं जा सकते हैं अभी। कटिहार के ही सोमपाल ने बताया कि चिंता सिर्फ अपनी नहीं है। परिवार की भी चिंता है। परिवार का खर्च कैसे चलेगा। परिवार के लोग तो इस उम्मीद में थे कि पैसे कमाकर लाएंगे, लेकिन स्थिति बहुत खराब है।