सहारनपुर : शाह यासिर अम्मार कुद्दुसी नोमानी की दस्तारबंदी
गंगोह के हजरत शाह यासिर अम्मार कुद्दुसी नोमानी को खानदानी रवायत के मुताबिक दरगाह हजरत शेख अब्दुल्ल कुद्दुस के वारिस के रुप में स्वीकारते हुए...

गंगोह के हजरत शाह यासिर अम्मार कुद्दुसी नोमानी को खानदानी रवायत के मुताबिक दरगाह हजरत शेख अब्दुल्ल कुद्दुस के वारिस के रुप में स्वीकारते हुए दस्तारबंदी कर नया सज्जादानशीं घोषित किया गया।
हजरत शाह नासिर जमील का विसाल (इंतकाल) होने के बाद नमाजे जौहर दरगाह हजरत कुतबे आलम में मौजूद सज्जादगान, खानदान, बस्ती के जिम्मेदारों सिलसिला व मो. अतकिदीन ने हजरत शाह यासिर अम्मार कुद्दुसी नोमानी को वारिसे कुतबे आलम गंगोही का वारिस तस्लीमकर दस्तारबंदी कराई गई। दस्तारबंदी की रस्म अदायगी पूर्व चेयरमैन नोमान मसूद द्वारा की गई। इसके बाद नमाजे जनाजा अदा कर हजरत शाह नासिर जमील के शव को सुपुर्दे खाक कर दिया गया। रहमान जमाली, जाफर कुद्दुसी, खालिद अंसारी, डा. आसिम कुद्दुसी, शाह शाहिद, शाह खालिद, बख्तियार कुद्दुसी, शाह शादान उर्फ पप्पु मियां, सूफी जहीर अख्तर, काजी मशकूर, ख्वाजा सुहैल, डा. युसूफ, असदउल्ला अजमेरी, सरवर मंजूर, दानिश जावेद, नुसरत हुसैन, आरिफ खान आदि रहे।