Residents of Mother Halima Colony Demand Basic Facilities After 22 Years बोले सहारनपुर : कॉलोनी बसने के 22 साल बाद भी नहीं बनी सड़क, Saharanpur Hindi News - Hindustan
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बोले सहारनपुर : कॉलोनी बसने के 22 साल बाद भी नहीं बनी सड़क

Saharanpur News - मदर हलीमा कॉलोनी में 22 वर्षों से बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। यहां के निवासियों को कच्ची सड़कों, जलभराव, सफाई व्यवस्था की कमी और सीवर की सुविधाओं के अभाव का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के दिनों में...

Newswrap हिन्दुस्तान, सहारनपुरMon, 8 Sep 2025 12:57 AM
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बोले सहारनपुर : कॉलोनी बसने के 22 साल बाद भी नहीं बनी सड़क

शहर की मदर हलीमा कॉलोनी लगभग 22 वर्ष पुरानी बस्ती है, यहां करीब 2000 की आबादी रहती है। वर्षों पुरानी कॉलोनी में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। कॉलोनी के लोग रोजमर्रा की जिंदगी में कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। यहां रहने वाले परिवार मेहनतकश तबके से जुड़े हुए हैं। यदि सड़क, सफाई, सीवर और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएं तो यहां की जनता राहत महसूस करेगी। 22 साल बाद भी कॉलोनी में सड़क नहीं बनने से लोगों को भारी परेशानी हो रही है। मदर हलीमा कॉलोनी की सबसे बड़ी समस्या कच्ची सड़कों की है। कॉलोनी बसे हुए 22 साल से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन आज भी यहां पक्की सड़कें नहीं बनाई गईं।

पूरे क्षेत्र में गली-मोहल्लों की हालत खराब है। जगह-जगह गड्ढे हैं और बरसात के समय यह गड्ढे कीचड़ और पानी से भर जाते हैं। ऐसे हालात में पैदल चलना तो दूर, बाइक या रिक्शा तक निकालना मुश्किल हो जाता है। बच्चों और बुजुर्गों को गिरने का डर बना रहता है। बरसात के दिनों में कीचड़ इतना फैल जाता है कि लोगों को घर से निकलना भी भारी पड़ता है। स्कूल जाने वाले बच्चों और दफ्तर जाने वाले लोगों को रोजाना इस समस्या से जूझना पड़ता है। वहीं, धूप के दिनों में यही सड़कें धूल उड़ाती हैं, जिससे सांस और आंखों की बीमारियां बढ़ने लगती हैं। कच्ची सड़कों की वजह से कॉलोनी का माहौल गंदगी भरा दिखता है। किसी भी वाहन को घर तक ले जाना बेहद कठिन है। एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसे आपातकालीन वाहनों का कॉलोनी में पहुंच पाना भी मुश्किल हो जाता है। निवासियों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद उनकी सुनवाई नहीं होती। उनका यह भी कहना है कि जब तक सड़कें पक्की नहीं बनेंगी, तब तक अन्य सुविधाओं का लाभ भी अधूरा रहेगा। कॉलोनी के लोग प्रशासन से यही मांग करते हैं कि जल्द से जल्द सभी गलियों में पक्की सड़कें बनाई जाएं ताकि उन्हें इस स्थायी समस्या से छुटकारा मिल सके। पानी की निकासी की समस्या -मदर हलीमा कॉलोनी में पानी की निकासी की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। कॉलोनी की गलियों में पक्की नालियां न होने और पुरानी नालियों की टूट-फूट के कारण बरसात के दिनों में हालात और बिगड़ जाते हैं। जैसे ही बारिश होती है, गलियां तालाब का रूप ले लेती हैं। गंदा पानी घंटों नहीं बल्कि कई-कई दिनों तक जमा रहता है। इस कारण कॉलोनीवासी कीचड़ और दुर्गंध के बीच रहने को मजबूर हैं। पानी निकासी न होने से सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों और बुजुर्गों को होती है। बच्चे स्कूल नहीं जा पाते और बुजुर्ग घर से बाहर निकलने में असमर्थ हो जाते हैं। सड़कों और गलियों में भरे पानी से मच्छरों की तादाद बढ़ जाती है, जिससे डेंगू, मलेरिया और बुखार जैसी बीमारियां फैलने का खतरा रहता है। बरसात के मौसम में यह समस्या विकराल रूप ले लेती है। निवासियों का कहना है कि कई बार नगर निगम और संबंधित अधिकारियों को शिकायत की गई, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। नालियों की सफाई और मरम्मत समय पर न होने के कारण गंदगी भी फैलती है। जगह-जगह कचरा जमा रहता है, जिससे पानी का बहाव रुक जाता है और जलभराव की समस्या और गंभीर हो जाती है। कॉलोनीवासियों की मांग है कि जल्द से जल्द पक्की नालियों का निर्माण किया जाए और निकासी की उचित व्यवस्था की जाए। साथ ही नियमित सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो स्वास्थ्य संबंधी खतरे और भी बढ़ सकते हैं। लोगों का मानना है कि पानी की निकासी की समस्या दूर होने से कॉलोनी का वातावरण साफ-सुथरा और स्वस्थ बनेगा और बाकी विकास कार्य भी बेहतर ढंग से हो पाएंगे। सफाई व्यवस्था बदहाल -मदर हलीमा कॉलोनी में सफाई व्यवस्था पूरी तरह अस्त-व्यस्त है। नगर निगम की गाड़ियाँ और सफाईकर्मी नियमित रूप से नहीं आते, जिससे गलियों में कचरे के ढेर लगे रहते हैं। गंदगी और सीलन से वातावरण दूषित हो जाता है और बदबू के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। मच्छर, मक्खियाँ और आवारा जानवर इस गंदगी को और बढ़ा देते हैं। सबसे अधिक परेशानी बच्चों और बुजुर्गों को होती है, जिन्हें अक्सर बीमारियों का खतरा बना रहता है। कॉलोनीवासियों की मांग है कि नियमित सफाई की पक्की व्यवस्था की जाए। सीवर की सुविधा नहीं मदर हलीमा कॉलोनी में अब तक सीवर लाइन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। घरों का गंदा पानी नालियों के अभाव में सीधे सड़कों और खाली स्थानों पर जमा हो जाता है। इस जलभराव से बदबू और गंदगी फैलती है, जिससे लोगों का रहना दूभर हो जाता है। गंदे पानी में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है, जो डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियों का कारण बनता है। बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर इसका गंभीर असर पड़ता है। कॉलोनीवासी वर्षों से सीवर लाइन की मांग कर रहे हैं, ताकि उनकी जिंदगी थोड़ी आसान हो सके। समस्याएं -कॉलोनी में लगभग सभी सड़क कच्ची हैं -कॉलोनी में पानी की निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है -कॉलोनी में सीवर लाइन की सुविधा नहीं है -कॉलोनी में पीने के पानी की उचित व्यवस्था नहीं है -कॉलोनी में सफाई व्यवस्था बदहाल है निवासियों के सुझाव -कॉलोनी की सभी कच्ची सड़कों का निर्माण कराया जाए -नालियों का निर्माण कराया जाए ताकि पानी की निकासी सुचारू रूप से हो सके। - सफाईकर्मियों की नियमित तैनाती की जाए और कॉलोनी में कचरा उठाने के लिए वाहन लगाए जाएं। - कॉलोनी में सीवर लाइन बिछाई जाए, ताकि गंदगी और बीमारियों पर अंकुश लगाया जा सके। -पानी की समस्या के के लिए नया ट्यूबवेल या सबमर्सिबल पंप लगाया जाए। निवासियों की प्रतिक्रियाएं 1- हमारी कॉलोनी में 22 साल से रह रहे हैं, लेकिन आज तक पक्की सड़क नहीं मिली। बरसात में गली में इतना कीचड़ हो जाता है कि बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल हो जाता है। मुब्बशिर 2-सड़कें कच्ची होने के कारण धूप में धूल और बारिश में कीचड़ झेलना पड़ता है। गली में कोई बीमार हो जाए तो एम्बुलेंस भी नहीं आ पाती। यह समस्या हर साल और गंभीर होती जा रही है। मोर्हरम अली 3- नालियां टूटी हुई हैं और पानी की निकासी नहीं है। बरसात में पूरी गली तालाब बन जाती है। गंदा पानी और कीचड़ के कारण बच्चों को बीमारियों का खतरा बना रहता है। तनवीर खान 4- पीने के पानी की आपूर्ति बिल्कुल भी नियमित नहीं है। कई बार तीन-तीन दिन तक नलों में पानी नहीं आता। मजबूरी में टैंकर मंगवाना पड़ता है, जो हर किसी के बस की बात नहीं है। दानिश मलिक 5- जो पानी आता भी है, वह साफ नहीं होता। उसमें बदबू और गंदगी होती है। बच्चों के पेट में दर्द और बुखार की शिकायतें आम हो गई हैं। कॉलोनी के लोग बहुत परेशान हैं। मोहम्मद शौकीन 6- कच्ची सड़कों की वजह से रिक्शा और बाइक फिसल जाती है। बुजुर्ग और महिलाएं कई बार गिर चुकी हैं। गलियों की हालत देखकर लगता ही नहीं कि यह शहर का हिस्सा है। रियासत 7-कॉलोनी की सबसे बड़ी समस्या कच्ची सड़कों की है। कच्ची सड़कों के चलते आवाजाही में परेशानी होती है। दूसरी ओर जलभराव की समस्या बनी रहती है। हसन 8- कई बार अधिकारियों को लिखित में शिकायत दी गई लेकिन सिर्फ आश्वासन मिलता है। सड़क और पानी की समस्या का समाधान किए बिना कॉलोनी का विकास संभव नहीं है। गय्यूर 9- बारिश में गली में घुटनों तक पानी भर जाता है। बच्चे खेल भी नहीं पाते। गंदे पानी और कीचड़ के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है और डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारियां फैलती हैं। मोहम्मद चांद 10-कॉलोनी में जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। हल्की सी बारिश में ही कॉलोनी में जलभराव की गंभीर समस्या हो जाती है। दिनचर्या प्रभावित होती है। मुर्सलीन 11- 22 साल के बाद भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। पक्की सड़क और साफ पानी मिलना हर नागरिक का अधिकार है, लेकिन हमें अब तक यह अधिकार नहीं मिला। इमरान 12- जब तक सड़कें पक्की और पानी की आपूर्ति नियमित नहीं होगी, तब तक बाकी सुविधाओं का कोई महत्व नहीं है। समस्याओं का जल्द समाधान चाहिए। सलमान 13- कॉलोनी में पीने के पानी की भी बड़ी समस्या है। पीने के पानी के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। इस समस्या का समाधान सबसे पहले होना चाहिए। साऊद 14-कॉलोनी की हालत काफी खराब है। लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। हमारी कॉलोनी की लंबे समय से उपेक्षा की जा रही है। नगर निगम और अन्य विभाग संज्ञान लें। आरिफ 15-कहने को सहारनपुर की गिनती स्मार्ट सिटी में होती है, लेकिन हमारी कॉलोनी की स्थिति तो ग्रामीण इलाकों से भी बदतर है। नगर निगम अधिकारियों को मौके पर आकर निरीक्षण करना चाहिए। सद्दाम 16-हमारी यही मांग है कि कॉलोनी की सभी सड़कें पक्की की जाएं, ताकि लोगों को आवाजाही में सुविधा हो और बरसात में कीचड़ की समस्या खत्म हो। आस मोहम्मद

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