नए साल का पहला दिन 20 से अधिक परिवारों के लिए यादगार हो गया। जिला महिला अस्पताल में महिलाओं ने 14 बच्चों को जन्म दिया। इनमें से नौ महिलाओं ने लक्ष्मी की प्रतीक बेटियों और पांच महिलाओं ने बेटे को जन्म दिया। नए साल में नन्हें मेहमान के आगमन की खुशी में परिवार के लोगों ने अस्पताल में मिठाई भी बांटी।
इस बार कोरोना वायरस के चलते बंदिशें रही। पुलिस का कड़ा पहरा रहा। लेकिन उन महिलाओं के लिए नया साल का पहला दिन खासा यादगार रहा, जिन्होंने बच्चों को जन्म दिया। परिवार में नई खुशियां आई तो चेहरे खुशी से खिल उठे।
जिले के प्राइवेट अस्पतालों में नए साल पर 10 से अधिक महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया। अकेले महिला जिला अस्पताल में नौ महिलाओं ने बेटियों को जन्म दिया और पांच महिलाओं ने बेटे को जन्मा। जन्म देने वाली महिलाओं ने कहा कि नया साल उनके लिए यादगार रहेगा। महिलाएं बच्चों को डॉक्टर, टीचर बनाना चाहती है। इस दौरान महिला अस्पताल में महिलाओं ने मिठाई भी बांटी।
उधर, सीएमएस डॉ. ममता सोढ़ी ने बताया कि नए साल पर महिला अस्पताल में 14 महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया है। सभी बच्चे स्वस्थ हैं।