बिना टेंडर के पाइप लाइन डालने में लोकायुक्त ने बैठाई जांच
बिना टेंडर के पेयजल पाइप लाइन डालने के मामले में नगर निगम अफसरों की मुश्किलें बढ़ गई। बिना टेंडर के लाइन डालने के मामले में लोकायुक्त ने जांच बैठा...

बिना टेंडर के पेयजल पाइप लाइन डालने के मामले में नगर निगम अफसरों की मुश्किलें बढ़ गई। बिना टेंडर के लाइन डालने के मामले में लोकायुक्त ने जांच बैठा दी है। इस संबंध में उप लोकायुक्त की ओर से डीएम को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच कराकर रिपोर्ट मांगी है। डीएम ने जांच के लिए कमेटी का भी गठन कर दिया।
नगर निगम के वार्ड- 39 में रेलवे फाटक के पास पेय जल पाइप लाइन डालने का काम किया था। जबकि, इसका कोई भी टेंडर नहीं कराया था। अब्दुल खालिद ने इस मामले को लेकर 26 जुलाई को नगर निगम अफसरों से शिकायत की थी। जिसमें पाइप लाइन में डाले गए पाइपों की भी जांच कराई गई थी। उस समय तत्कालीन जेई ने अपनी रिपोर्ट भी दे दी थी। इसके बाद शिकायतकर्ता जांच से संतुष्ट नहीं हुआ और कमिश्नर ने शिकायत कर दी। जब कमिश्नर ने मामले का संज्ञान लिया तो सितंबर माह में कार्य का टेंडर करा दिया। यही नहीं नगर निगम अफसरों ने सांठगांठ कर उसी कंपनी के नाम टेंडर छोड़ा, जिस ठेकेदार ने काम किया था। अब्दुल खालिद ने इस मामले की शिकायत लोकायुक्त से की थी। लोकायुक्त ने इस मामले का संज्ञान लिया है। उप लोकायुक्त अनिल कुमार सिंह ने पूरे मामले की जांच कराने के लिए डीएम को पत्र लिखा। जिसमें इस मामले की जांच एक प्रशासनिक अधिकारी, एक पुलिस अधिकारी और एक अभियोजन अधिकारी की टीम बनाकर जांच कराने को कहा है।
