बोले सहारनपुर : टूटी सड़कों और गंदगी का अंबार, जलभराव कर रहा लोगों को बीमार
संक्षेप: Saharanpur News - पुष्पांजलि विहार कॉलोनी, जो 1990 में स्थापित हुई थी, आज भी मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रही है। जल निकासी, सफाई और बिजली व्यवस्था की समस्याएं कॉलोनीवासियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं। स्थानीय...

शहर की आबादी बढ़ने के साथ नई कॉलोनियों का विकास तो हुआ, लेकिन उनमें मूलभूत सुविधाओं का अभाव आज भी है। ऐसा ही हाल शहर की पुष्पांजलि विहार कॉलोनी की भी है। 1990 में स्थापित इस कॉलोनी की करीब 2500 की आबादी जल निकासी, सफाई और बिजली व्यवस्था जैसी बुनियादी सुविधाएं न मिलने से परेशान हैं। कॉलोनीवासियों का कहना है कि नगर निगम के अधिकारी और जनप्रतिनिधि कई बार दौरा कर चुके हैं, लेकिन समस्याओं का समाधान अभी तक नहीं हुआ है। पुष्पांजलि विहार कॉलोनी में सबसे बड़ी समस्या पानी की निकासी की है। बारिश के दिनों में सड़कों पर कई-कई घंटे तक पानी जमा रहता है।
कॉलोनी में नालियों का नेटवर्क अधूरा है और जहां नालियां बनी हैं, वहां उनकी गहराई और चौड़ाई पर्याप्त नहीं है। कई गलियों में नालियों का ढलान भी सही नहीं है, जिसके कारण पानी जमा होकर बदबू फैलाता है। इससे न केवल मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है बल्कि बच्चों और बुजुर्गों को आने-जाने में भी परेशानी होती है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बरसात के समय घरों में भी पानी घुस जाता है। महिलाओं को घर के सामने कीचड़ और गंदगी से निपटना पड़ता है। नगर निगम को चाहिए कि पूरे कॉलोनी क्षेत्र का सर्वे कराकर नई नालियों का निर्माण करवाए, ताकि पानी की निकासी सुचारू हो सके और लोगों को बरसात में राहत मिले। जलभराव की गंभीर समस्या पानी की निकासी ठीक न होने के कारण पुष्पांजलि विहार में जलभराव हर साल एक बड़ी समस्या बन जाता है। खासकर मानसून के दौरान गलियां पानी में डूब जाती हैं। मच्छरों का प्रकोप और बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। कॉलोनीवासियों ने कई बार निगम अधिकारियों को लिखित रूप से शिकायत दी, लेकिन केवल अस्थायी व्यवस्था कराकर मामला टाल दिया जाता है। लोगों का सुझाव है कि जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान कराया जाए। इसके लिए नालियों का गहराईकरण, जल निकासी लाइन का पुनर्निर्माण और बरसाती पानी को पास के नालों तक ले जाने की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। सफाई व्यवस्था में लापरवाही सफाई व्यवस्था पुष्पांजलि विहार की दूसरी बड़ी चिंता है। कॉलोनी के कई हिस्सों में कूड़े के ढेर खुले में पड़े रहते हैं। सफाईकर्मी अनियमित रूप से आते हैं और कई बार हफ्तों तक गली-सड़क की सफाई नहीं होती। इसके कारण वातावरण प्रदूषित रहता है और लोगों को बदबू का सामना करना पड़ता है। बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। निवासियों का कहना है कि जब सफाई कर्मी आते भी हैं तो वे सिर्फ मुख्य सड़क तक सफाई करते हैं, जबकि अंदरूनी गलियां अनदेखी का शिकार हैं। लोगों का सुझाव है कि नगर निगम सफाईकर्मियों की जवाबदेही तय करे और प्रतिदिन के कार्य की निगरानी के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त करे। इसके अलावा, कूड़ा एकत्र करने के लिए हर मोहल्ले में डस्टबिन लगाए जाएं और नियमित कूड़ा उठान वाहन चलाया जाए। बिजली व्यवस्था और ट्रांसफार्मर की समस्या कॉलोनी में बिजली व्यवस्था भी चिंताजनक स्थिति में है। यहां लगाए गए ट्रांसफार्मर पर अक्सर स्पार्किंग होती रहती है जिससे लोगों में भय का माहौल रहता है। कई बार स्पार्किंग के कारण आसपास के मकानों की दीवारें तक झुलस चुकी हैं। तारों की स्थिति भी खतरनाक है-कई जगह बिजली के तार नीचे लटके हुए हैं जिन्हें बच्चे आसानी से छू सकते हैं। इस कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। स्थानीय निवासियों ने बार-बार विद्युत विभाग को इसकी सूचना दी, परंतु कोई स्थायी समाधान नहीं हुआ। कॉलोनीवासियों की मांग है कि ट्रांसफार्मर को या तो सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाए या उसकी मरम्मत और रखरखाव नियमित रूप से किया जाए। साथ ही, खुले और लटके हुए तारों को व्यवस्थित किया जाए तथा पोल की दूरी और ऊंचाई मानक के अनुसार तय की जाए। इससे बिजली आपूर्ति सुचारू रहेगी और दुर्घटनाओं से बचाव संभव होगा। नाले की टूटी दीवारें और जर्जर ढांचा कॉलोनी के मुख्य नाले की दीवारें कई जगह से टूट चुकी हैं। इससे नालों का पानी सड़कों और घरों की ओर बहने लगता है। टूटे हुए हिस्सों से गंदा पानी रिसकर सड़क पर फैल जाता है जिससे बदबू और संक्रमण का खतरा बढ़ता है। कॉलोनीवासियों का कहना है कि नाले की दीवारें मजबूत कंक्रीट से बनवाई जाएं ताकि भविष्य में पानी का बहाव सुरक्षित रहे और सड़कें क्षतिग्रस्त न हों। साथ ही, नालों की नियमित सफाई के लिए एक तय कार्यक्रम बनाया जाए जिससे रुकावट और गंदगी की समस्या दोबारा न हो। समस्याएं एवं सुझाव कालोनी में पानी की निकासी की समस्या है कॉलोनी में जलभराव की समस्या है कॉलोनी में नाले की दीवारें टूटी हुई हैं कॉलोनी में सफाई व्यवस्था को लेकर सुधार की आवश्यता है कॉलोनी में रखे गए ट्रांस्फार्मर पर अक्सर स्पार्किंग होती रहती है -सुझाव -पानी की निकासी के लिए नालियों व नालों का निर्माण कराया जाए -जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान कराया जाए -जर्जर नालों की मरम्मत कराई जाए -सफाईकर्मियों की जवाबदेही तय की जाए -तारों को व्यवस्थित किया जाए -------------- स्थानीय लोगों की प्रतिक्रियाएं कॉलोनी की कई गलियों में नालियों का निर्माण नहीं कराया है। कॉलोनी में पानी की निकासी की समस्या बनी हुई है। बरसात के दिनों में समस्या गंभीर है। -काजल शर्मा हमारी कॉलोनी करीब 35 साल पुरानी कॉलोनी है। किसी भी कॉलोनी को पूरी तरह से विकसित होने के लिए 35 साल का समय काफी होता है। पूजा गुप्ता पुष्पाजंलि विहार की सबसे बड़ी समस्या पानी की निकासी की है। कॉलोनी में पानी की निकासी के लिए उचित व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे लोग परेशानी हैं। -अंजू वर्मा पानी की निकासी नहीं होने से सड़कों को नुकसान हो रहा है। सड़कों में गड्ढे हो गए हैं। नगर निगम को इस समस्या के समाधान करना चाहिए। -लीला देवी कॉलोनी में सफाई व्यवस्था को लेकर सुधार की आवश्यकता है। सफाई कर्मचारी नियमित रूप से कॉलोनी में नहीं आते हैं। सफाई व्यवस्था प्रभावित होती है। -संदीप गुप्ता कॉलोनी में नालियों का न होना निगम की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है। कॉलोनी की निगम संबंधित समस्याओं का समाधान होना चाहिए। -दीपा कॉलोनी में सफाई की स्थिति में सुधार की आवश्यकता है। गलियों में कूड़ा जमा रहता है जिससे मच्छर और बदबू की समस्या बनी रहती है। सफाई करनी चाहिए। -रुबी

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