फर्जी कर्नल बनकर 13 लाख की ठगी
कोतवाली पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर फर्जी कर्नल बनकर 13 लाख रुपये की ठगी करने वाले चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई कर दी...
कोतवाली पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर फर्जी कर्नल बनकर 13 लाख रुपये की ठगी करने वाले चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई कर दी है।
कोतवाली में दर्ज किए गए मुकदमे में बाबूराम पुत्र लालसिंह निवासी मलूकवाला थाना विकासनगर देहरादून ने बताया कि प्रॉपर्टी के क्रय विक्रय का काम करता है। 13 सितम्बर 2015 को उसकी कोतवाली नगर सहारनुपर के बोमनजी रोड निवासी मुजम्मिल पुत्र सगीर अहमद, अनवर अली पुत्र मोहम्मद सुलेमान निवासी बेहट, अरशद पुत्र जीमल निवासी सलेमपुर गाड़ा मिर्जापुर से मुलाकात हुई तो उन्होंने बताया कि थाना मिर्जापुर क्षेत्र में 200 बीघा बाग की भूमि बिक रही है। 14 सितम्बर 2015 को जब वह बाग की जमीन को देखने गया तो जमीन उसकी पसंद आ गई। आरोप है कि इसी बीच उन्होंने एक अन्य व्यक्ति से मुलाकात कराई जो अपने आप को जमीन का मालिक कर्नल अरुण कुमार बता रहा था। जमीन का सौदा करते वक्त कर्नल अरुण ने अपनी आईडी राशन कार्ड भी दिखाया था। विश्वास होने पर उनके साथ 4 लाख 5 हजार रुपये प्रति बीघा से सौदा तय हो गया और 13 लाख रुपये बतौर बयाना देने की बात तय हो गई थी। तय रकम को देने से पहले तहसील बेहट में 100 रुपये के स्टांप पर एक रशीद भी बनाई गई थी। जिस पर कर्नल अरुण कुमार के फोटो भी लगाए गए थे।
5 नवम्बर 2015 को जब वह बाग में गया तो उसे वहां कर्नल अरुण कुमार के नौकर मिले, जमीन को खरीदने की बात कहीं तो नौकरों ने कर्नल साहब आने वाले हैं, वहीं इस बाबत बताएंगे। कर्नल अरुण कुमार जब बाग में पहुंचा तो उसके होश उड़ गए और पूरा घटनाक्रम बताया। ठगी का शिकार हुए व्यापरी ने जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि फर्जी कर्नल बनने वाला थाना मिर्जापुर के गांव रामपुर बढ़कला निवासी संदल सिंह पुत्र कश्मीरा है। आरोप है कि जब उसने अपनी रकम को वापस मांगी तो आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर वह थाने, तहसील व पुलिस के उच्चाधिकारियों के चक्कर लगाकर थक चुका है लेकिन किसी भी स्तर से कोई न्याय नहीं मिला बाद में उसने न्यायालय की शरण ली। पुलिस ने ठगी के चारों आरोपियों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है।