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बसपा जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास गिरा

बसपा के सियासी पिच पर एक बार फिर भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। बसपा की जिला पंचायत अध्यक्ष तस्मीम बानो अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहीं। भाजपा पक्ष द्वारा कोरम पूरा नहीं होने के कारण जिला पंचायत...

बसपा जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास गिरा
हिन्दुस्तान टीम,सहारनपुरThu, 16 Jan 2020 02:08 PM
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बसपा के सियासी पिच पर एक बार फिर भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। बसपा की जिला पंचायत अध्यक्ष तस्मीम बानो अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहीं। भाजपा पक्ष द्वारा कोरम पूरा नहीं होने के कारण जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव स्वत ही ढेर हो गया। अब अगले एक साल तक अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकेगा।

जिला पंचायत में वर्तमान में 48 सदस्य हैं। इनमें 21 महिलाएं और 27 पुरुष सदस्य हैं। बीते दिनों 48 सदस्यों में से 32 ने जिला पंचायत अध्यक्ष तस्मीम बानो के खिलाफ डीएम आलोक कुमार पांडेय को शपथ पत्र देकर उनके प्रति अविश्वास व्यक्त किया था। इस पर डीएम ने 16 जनवरी को अविश्वास प्रस्ताव के लिए तारीख तय की थी। साथ ही नियमानुसार वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी की देखरेख में अविश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही पूरी करने के आदेश दिए थे।

इसी क्रम में अपर जिला जज विकास कुमार गोयल की अध्यक्षता में गुरुवार को सुबह 11 बजे से अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया शुरू की गई। लेकिन निर्धारित समय तक महज 22 जिला पंचायत सदस्य ही जिला पंचायत के सभाकक्ष में पहुंच सकें। इसके बाद इस समय को 20 मिनट के लिए और बढ़ा दिया। लेकिन उसके बाद भी सदस्यों की संख्या 22 से अधिक नहीं हुई। इस तरह 11.20 बजे तक भी बैठक का कोरम पूरा नहीं हो सका। कोरम पूरा करने के लिए 48 में से 25 सदस्यों का बैठक में पहुंचना जरूरी था। लेकिन जब कोरम नहीं सका तो अविश्वास प्रस्ताव स्वत ही गिर गया। अर्थात बसपा की जिला पंचायत अध्यक्ष तस्मीम बानों कुर्सी बचाने में सफल रहीं।

इन्होंने कहा

वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी की मौजूदगी में ठीक 11 बजे जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के मसले पर बैठक शुरू की गई। निर्धारित समय तक भाजपा समर्थित महज 22 सदस्य ही पहुंच पाए। इस तरह कोरम पूरा नहीं होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। अब नियमानुसार एक साल तक अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकेगा।

-आलोक कुमार पांडेय, जिला मजिस्ट्रेट।

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