ईद पर एक और दो अगस्त को लॉकडाउन को लेकर कारोबारी परेशान
एक अगस्त को बकरीद पर और तीन अगस्त को रक्षाबंधन से ठीक पहले प्रतिबंध होने के कारण कारोबारियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही...

एक अगस्त को बकरीद पर और तीन अगस्त को रक्षाबंधन से ठीक पहले प्रतिबंध होने के कारण कारोबारियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही हैं। त्योहार पर लॉकडाउन से करीब 200 करोड़ का झटका लग सकता है। मिठाई, कपड़ा, राखी, कॉस्मेटिक ट्रेड को सबसे अधिक नुकसान होगा। व
हीं, सोमवार को बाजारों में भीड़ हो जाएगी। व्यापारियों ने एक व दो अगस्त को प्रतिबंध हटाने की मांग की है। अगले महीने की एक अगस्त को बकरीद और तीन अगस्त को रक्षाबंधन है। सरकार की ओर से शनिवार और रविवार को प्रतिबंध लगाया गया है। इससे बाजार बंद रहेंगे। ऐसे में इस बार बहनों को राखी खरीददारी में तो दिक्कत आएगी और कारोबार भी प्रभावित होगा।
प्रतिबंध के चलते इस मिठाई, राखी, कपड़ा, सर्राफा, फल और कॉस्मेटिक के कारोबार को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। शनिवार और रविवार को प्रतिबंध रहने के बाद सोमवार को बाजारो में लोगों की भीड़ रहेगी। रक्षाबंधन के दिन बाजारों में भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंसिग का भी पांलन नहीं होगा।
व्यापारियों का कहना है कि रक्षाबंधन कारोबार तीन का दिन का रहता है। तीन दिन तक राखियों के साथ ही नारियल, मिठाई और नमकीन की खूब बिक्री होती है। अगर प्रतिबंध रहता है तो व्यापार को खासा नुकसान होगा। व्यापारी पहले ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा है ऐसे में प्रतिबंध से राखी पर कारोबार नही होगा और कारोबारियों की कमर टूट जाएगी।
क्या कहते हैं व्यापारी
प्रतिनिधि उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष शीतल टंडन ने कहा कि एक व दो अगस्त को प्रतिबंध नही रहना चाहिए। जिसके लिए सीएम व स्थानीय प्रशासन से मांग कर चुके हैं। प्रतिबंध से कारोबार को काफी नुकसान होगा।
सहारनपुर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महानगर अध्यक्ष विवेक मनोचा ने कहा कि रक्षाबंधन से पहले प्रतिबंध रहने से कारोबार को बड़ा नुकसान होगा। सभी ट्रेड पर इसका असर पड़ेगा। सोमवार को बाजार खुलने पर भीड़ बढ़ जाएगी। जिससे सोशल डिस्टेंसिग का पालन भी नहीं होगा।
