बुखार से उखड़ रही सांसें, देनी पड़ रही ऑक्सीजन
दमा, सांस और टीबी के मरीजों की वायरल बुखार से परेशानी बढ़ गई हैं। सांस फूलने और ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती हो...

दमा, सांस और टीबी के मरीजों की वायरल बुखार से परेशानी बढ़ गई हैं। सांस फूलने और ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती हो रहे हैं। सबसे ज्यादा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को परेशानी हो रही हैं। एक दिन में पांच से 10 ऑक्सीजन सिलेंडर इमरजेंसी में मरीजों पर लग रहे हैं।
वायरल बुखार लोगों को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। आलम यह है कि जिला अस्पताल की ओपीडी में दिनोंदिन बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। यहीं नहीं इमरजेंसी में भी बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं। वायरल बुखार की चपेट में आने पर अस्थमा, सांस रोगी और टीबी के मरीजों की मर्ज बढ़ी हुई मिल रही है। इनकी तेज सांसें चल रही है। छाती भी जकड़ी मिल रही हैं। सांस लेने में परेशानी होने के कारण भर्ती हो रहे हैं। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में रोजाना 150 से अधिक मरीज आ रहे हैं। जिनमें से 50 से अधिक ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिनको वायरल बुखार हैं। गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। यहां एक दिन में पांच से 10 ऑक्सीजन की खपत हो रही है।
0-पुरोन मरीजों को हो रही ज्यादा परेशानी
जिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना एक हजार से अधिक मरीज आ रहे हैं। इनमें 200 से अधिक मरीज पुराने हैं। इन मरीजों ने बुखार, खंसी की परेशानी बताई हैं। 11 सितंबर को जिला अस्पताल का ओपीडी एक हजार थी, जो अब बढ़कर 1280 तक पहुंच गई हैं। जबकि इमरजेंसी में 186 आए।
0-वर्जन
मौसम परिवर्तन के कारण लोग वायरल बुखार की गिरफ्त में आ रहे हैं। इमरजेंसी में प्रतिदिन पांच से 10 ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत हैं। यह उन मरीजों को लगाए जाते हैं, जिन्हें दमा या सांस लेने में दिक्कत हो रही हैं। इनमें बुखार के लक्षण भी मिल रहे हैं।
-डॉ. केवी सिंह, नोडल अधिकारी, जिला अस्पताल
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रोशन गिरि
