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पूर्वांचल में नदियां उफनाईं, वाराणसी में खतरे के निशान के पास पहुंची गंगा; बैक फ्लो से दहशत

  • इस सीजन में वाराणसी में पहली बार गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु के पार पहुंचा है। सोमवार की सुबह यह चेतावनी बिंदु (70.262 मीटर) के पार होकर खतरे के निशान (71.262 मीटर ) के पास 70.72 मीटर पर पहुंच चुका था। रविवार को चार सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार थी।

पूर्वांचल में नदियां उफनाईं, वाराणसी में खतरे के निशान के पास पहुंची गंगा; बैक फ्लो से दहशत
Ajay Singh लाइव हिन्दुस्तानMon, 16 Sep 2024 05:42 AM
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Flood in Varanasi: पूर्वांचल के जिलों में पिछले तीन दिनों से लगातार गंगा में उफान जारी है। बनारस में इस सीजन में पहली बार गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु के पार पहुंचा है। सोमवार की सुबह यह चेतावनी बिंदु (70.262 मीटर) के पार होकर खतरे के निशान (71.262 मीटर ) के पास 70.72 मीटर पर पहुंच चुका था। रविवार को चार सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार थी। गंगा का पानी वरुणा, अस्सी और गोमती में बैकफ्लो होने से तटवर्ती इलाकों में दहशत है। वरुणा किनारे रहने वाले एक दर्जन परिवारों को बाढ़ राहत शिविर में भेजा गया है।

पूर्वांचल में भी गंगा उफनाई

बलिया में गंगा के खतरा बिंदु के पार पहुंचने से आधा दर्जन गांवों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। जलस्तर में दो सेमी प्रतिघंटे का बढ़ाव बना हुआ है। मिर्जापुर में भी जलस्तर चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच चुका है। गाजीपुर में गंगा अब चेतावनी बिंदु पार कर खतरा बिंदु की ओर बढ़ रहीं हैं। चंदौली और भदोही में भी दो सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ाव जारी है। कल स्थिर हो सकता है जलस्तर अधिकारियों के मुताबिक प्रयागराज में जल स्थिर होने लगा है। मिर्जापुर में बढ़ाव की दर एक सेमी प्रतिघंटा है। उम्मीद है कि सोमवार की शाम तक बनारस में जलस्तर स्थिर हो जाए।

गंगा का जलस्तर लाल निशान 70.262 से 20 सेमी ऊपर

रविवार सुबह गंगा चार सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रही थीं। बाद में बढ़ाव में कमी आई और तीन सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ने लगीं। रात आठ बजे तक तीन सेमी प्रति घंटा बढ़ रहा जलस्तर चेतावनी बिंदु 70.262 को पार कर 70.49 मीटर पर पहुंच गया था। यह चेतावनी बिंदु से 20 सेमी ऊपर है।

बाढ़ में फंस गए 20 हजार लोग शिविरों में पहुंचने लगे परिवार

गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि से वरुणा किनारे और सामनेघाट की कालोनियों में निवास कर रही करीब बीस हजार की आबादी बाढ़ में फंस गई है।

मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार के लिए शव नाव से जा रहे हैं। हरिश्चंद्र घाट पर गली में अंतिम संस्कार हो रहा है। अस्सी घाट और नमो घाट भी डूब गए हैं। वर्तमान में नगर के सलारपुर, सरैया, नक्खीघाट, ढेलवरिया, हुकुलगंज वार्ड और सदर तहसील के रामपुर ढाब, गोबरहा और मोकलपुर गांव ज्यादा प्रभावित हैं। डीएम एस.राजलिंगम और अपर पुलिस कमिश्नर एस.चिनप्पा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र और बाढ़ राहत शिविर प्राथमिक विद्यालय सरैया का निरीक्षण किया। दोनों अफसरों ने बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की।

बाढ़ से घिरा पिपरी गांव, मुख्य मार्ग से संपर्क कटा 

चौबेपुर क्षेत्र के पिपरी गांव और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। नाद और गोमती के बीच स्थित पिपरी में पानी पहुंचने से मुख्य मार्ग से सम्पर्क कट गया है। वरुणा किनारे दनियालपुर और पिसौर गांव के खेतों में लगीं सब्जियां बर्बाद हो गईं।

राहत शिविर में पहुंचे प्रभावित लोग 

जनपद में कुल 46 बाढ़ राहत शिविर स्थापित हैं। रविवार को 11 बाढ़ राहत शिविरों प्राथमिक विद्यालय सालारपुर, प्राथमिक विद्यालय सरैया, प्राथमिक विद्यालय ढेलवरिया, चित्रकूट कान्वेंट स्कूल नक्खीघाट, सिटी गर्ल्स स्कूल-बड़ी बाजार, दीप्ती कान्वेंट स्कूल-हुकुलगंज, नवोदय पब्लिक स्कूल-दानियालपुर, रामजानकी मंदिर-ढेलवरिया, तुलसी निकेतन-हुकुलगंज, नवयुग विद्या मंदिर-ढेलवरिया और प्राथमिक विद्यालय रामपुर ढाब में 151 परिवार के 888 लोग पहुंचे हैं।

ज्ञान प्रवाह नाले के गेट में रिसाव होने से घुसा पानी सामने घाट क्षेत्र में ज्ञान प्रवाह नाला पर बने ऑटोमैटिक चैनल गेट में लीकेज से रविवार को मारुति नगर, पटेल नगर, काशीपुरम कॉलोनी में बाढ़ का पानी घुस गया। मारुति नगर के अशोक सिंह, रजनीकांत तिवारी, विजय बहादुर पटेल, सूरजकांत यादव ने बताया कि चैनल में लीकेज होने की शिकायत सिंचाई विभाग के बंधी प्रखंड के अधिशासी अभियंता से की है। मौके पर अवर अभियंता और गोताखोर की टीम पहुंची और लीकेज की जानकारी ली। उम्मीद है सोमवार से मरम्मत शुरू होगा। बाढ़ से बचाव कार्य के लिए जिला प्रशासन ने 12 नावें लगा दी है। एनडीआरएफ और जलपुलिस की टीम मोटर बोट के साथ लगातार चक्रमण कर रही है। टीम नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखते हुए तटवर्ती लोगों को अलर्ट कर ही है।

10 वर्षों में गंगा का अधिकतम जलस्तर

15 सितम्बर 2024 में 70.49 मीटर

08 अगस्त 2023 में 68.30 मीटर

30 अगस्त 2022 में 72.14 मीटर

12 अगस्त 2021 में 72.32 मीटर

04 सितम्बर 2020 में 68.67 मीटर

23 सितम्बर 2019 में 71.95 मीटर

13 सितम्बर 2018 में 70.18 मीटर

18 अगस्त 2017 में 64.44 मीटर

25 अगस्त 2016 में 72.65 मीटर

01 अगस्त 2015 में 68.79 मीटर

12 अगस्त 2014 में 69.36 मीटर

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