ट्रेन टिकट की मारामारी से राहत, इन रेलवे स्टेशनों पर लगी क्यूआर कोड डिवाइस
यात्रियों को ट्रेन टिकट की मारामारी से राहत मिलेगी। रेलवे स्टेशनों पर अब यात्रियों को यूपीआई से भुगतान करने में दिक्कत नहीं होगी। रेलवे ने स्टेशनों पर क्यूआर कोड डिवाइस उपलब्ध करा दी है।
ट्रेन में सफर करने वाले हजारों यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। मुरादाबाद मंडल के हापुड़ सहित सात रेलवे स्टेशनों पर अब यात्रियों को यूपीआई से भुगतान करने में दिक्कत नहीं होगी। क्योंकि रेलवे ने इन सभी स्टेशनों पर क्यूआर कोड डिवाइस उपलब्ध करा दी है। इस डिवाइस के मिलने से यात्रियों को टिकट के खुले पैसे रखने से निजात मिलेगी।
दिल्ली-मुरादाबाद, मेरठ-खुर्जा रेलमार्ग का हापुड़ जंक्शन प्रमुख स्टेशन है। यहां से हर दिन सैकड़ों की संख्या में यात्री विभिन्न दिशा में दौड़ने वाली ट्रेनों में सफर करते हैं। जंक्शन पर हर दिन दो दर्जन से अधिक एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव भी होता है। अक्सर टिकटघर पर लंबी लाइन लगने की वजह से यात्रियों की ट्रेन भी छूट जाती है। यात्रियों की सुविधा के लिए अब रेलवे ने क्यूआर कोड डिवाइस की सुविधा प्रदान की है। इस डिवाइस की मदद से यात्री अनारक्षित टिकट आसानी से प्राप्त कर सकेंगे और उन्हें रेलवे के टिकटघर पर लाइन में लगने की भी आवश्यकता नहीं होगी। इसके लिए रेलवे ने हापुड़ जंक्शन और इसके आसपास के सात रेलवे स्टेशनों पर यह सुविधा शुरू कर दी है।
इन स्टेशनों पर मिलेगी सुविधा
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हापुड़ जंक्शन के अलावा क्यूआर कोड डिवाइस की सुविधा खरखौदा (मेरठ), डासना (गाजियाबाद), महरौली (गाजियाबाद), पिलखुवा, बुलंदशहर और बाबूगढ़ स्टेशन से सफर करने वाले यात्रियों को लाभ होगा। इन सभी स्टेशनों से दैनिक यात्री अनारक्षित टिकट लेकर विभिन्न दिशा में दौड़ने वाली ट्रेनों में सफर करते हैं।
क्या होगा इससे फायदा
क्यूआर कोड डिवाइस की मदद से रेलवे के टिकट घर पर अनारक्षित टिकट लेने वाले यात्रियों को यदि लंबी लाइन मिलती है तो इस डिवाइस की मदद से वह अपने यूपीआई से भुगतान कर सकते हैं। उनका टिकट मोबाइल पर आ जाएगा और वह ट्रेन आसानी से पकड़ सकेंगे। खास बात यह है कि यात्री को जिस स्थान का टिकट लेना है, वहां तक का ही भुगतान कर सकेंगे।
क्या कहते हैं अधिकारी
रेलवे के सीएमआई हरिचरन मीना ने बताया कि हापुड़ सहित सात रेलवे स्टेशनों पर क्यूआर कोड डिवाइस की सुविधा शुरू कर दी गई है। इससे यात्रियों को खुले पैसे रखने की समस्या से छुटकार मिल सकेगा। इसके बारे में रेलवे स्टेशनों पर प्रचार-प्रसार शुरू करा दिया गया है।