भाखड़ा नदी में जलस्तर बढ़ने से निर्माणाधीन बिजली घर में घुसा पानी
भाखड़ा नदी का जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर तबाही का मंजर देखने को मिला। इस बार ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जॉइंट वेंचर...
भाखड़ा नदी का जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर तबाही का मंजर देखने को मिला। इस बार ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जॉइंट वेंचर प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा बिजली का जीआईएस सब स्टेशन जलमग्न हो गया, जिससे बिजली घर में रखें इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व कंस्ट्रक्शन का रॉ मेटेरियल बाढ़ में बह गया।
क्षेत्र से होकर गुजर रही भाखड़ा नदी में रामनगर बैराज से छोड़े गए पानी से नदी का जलस्तर बढ़ गया।इससे आस-पड़ोस के ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है। घरों में पानी घुसने से लोग रातभर छत पर रहकर रात गुजारने को मजबूर रहे। उधर, क्षेत्र के खमरिया गांव में बन रहे 436 बीघे में 1120 करोड़ की लागत से बिजली का जीआईएस सब स्टेशन में रात एक बजे जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की चपेट में आ गया। अभी लगातार नदी में बहाव तेज होने के कारण बिजली घर मे पानी लगातार बढ़ रहा है। बिजली घर के यार्ड में रखे विदेश से आये महंगे-महंगे बिजली उपकरण भी पूरी तरह डूब गए, साथ ही अंडर कंस्ट्रक्शन चल रहे काम के लिए रखा रॉ मटेरियल बाढ़ के पानी मे बह गया। विदिति हो कि बिजली घर का शुभारंभ 24 फरबरी 2019 को केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी व राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख द्वारा भूमि पूजन कर विधिवत रूप से किया गया था। बिजली संकट से दूर होने के लिए लोगो को इंतजार करना पड़ सकता है। ग्रामीण क्षेत्र में किसानों की फसलें व घरों में 2 फीट पानी चल रहा है। वहीं प्रशासन लोगों को राहत देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। फिलहाल बिजली घर पर अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी जायजा लेने के लिए नहीं पहुंचा है।