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मझले बेटे पर लुटाते थे तनख्वाह, छोटे को नहीं हुई बर्दाश्त

होमगार्ड की हत्या के मामले में संपत्ति का विवाद सामने आ रहा है। जिस छोटे बेटे के सिर कत्ल का इल्जाम है, उसकी थोड़ ही देर बाद सड़क हादसे में मौत हो...

मझले बेटे पर लुटाते थे तनख्वाह, छोटे को नहीं हुई बर्दाश्त
हिन्दुस्तान टीम,रामपुरMon, 06 Dec 2021 06:10 PM
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शाहबाद। संवाददाता

होमगार्ड की हत्या के मामले में संपत्ति का विवाद सामने आ रहा है। जिस छोटे बेटे के सिर कत्ल का इल्जाम है, उसकी थोड़ ही देर बाद सड़क हादसे में मौत हो गई। रामपुर एसपी का दावा है कि कई पहलुओं पर जांच में ये तथ्य सामने आए हैं कि बंटवारे से नाखुश होकर छोटे बेटे नेकपाल ने होमगार्ड पिता की हत्या कर दी। ग्रामीणों की चर्चा में भी यही सामने आया कि कहीं न कहीं नेकपाल खुद को उपेक्षित महसूस करता था।

रविवार रात तालिकाबाद निवासी होमगार्ड बुद्धसेन की हत्या कर दी गई। वह मझले बेटे सुरेंद्र के साथ रहते थे। वारदात की रात भी वह सुरेंद्र के घर पर सो रहे थे। रात में उनकी सिर पर वार कर हत्या कर दी गई। इसका इल्जाम सबसे छोटे बेटे नेकपाल के सिर पर लगा। दरअसल, सुबह से ही नेकपाल गांव से फरार था। पुलिस की जांच में सामने आया कि नेकपाल संपत्ति के बंटवारे से नाखुश भी था। कई पहलुओं पर जांच के बाद नेकपाल पर ही शक गहराया। हालांकि थोड़ी ही देर में उसकी सड़क हादसे में मौत हो गई। ग्रामीणों में भी यही चर्चा रही कि नेकपाल उपेक्षा से क्षुब्ध था। पिता बड़े बेटों को उससे अधिक समझते थे। मझले बेटे के पास रहते थे तो सारी तनख्वाह उसी को देते थे, लेकिन नेकपाल को मांगने पर भी कुछ नहीं मिलता था।

पिता-पुत्र की एक साथ उठी अर्थी तो मच गई चीत्कार:

शाहबाद। सोमवार को अपराह्न के वक्त दोनों शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंच गए। जिसके बाद परिजनों ने शाम में ही अंतिम संस्कार कर दिया। एक साथ दो अर्थियां उठीं तो घर-परिवार में चीत्कार मच गई। परिजनों की हालत देखकर मौजूद ग्रामीण भी आंखें नम होने से नहीं रोक पाए। हालांकि घटना को लेकर लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं रहीं। लोगों ने माना कि नेकपाल खुद को उपेक्षित महसूस करता था, लेकिन उसने ही हत्या की है इस बात को कहीं न कहीं लोग संशय ही मान रहे हैं।

पुलिस बोली- अज्ञात में दर्ज मत कराओ केस

शाहबाद। होमगार्ड की हत्या मझले बेटे सुरेंद्र के घर में हुई। आरोप नेकपाल के सिर लगा, लेकिन नेकपाल को किसी ने कत्ल करते नहीं देखा। सिर्फ उसकी गैरमौजूदगी ने उसे आरोपी बना दिया। यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि खुद होमगार्ड के बड़े बेटे ओमप्रकाश का यह कहना है। ओमप्रकाश ने मीडिया से बातचीत में बताया कि यह कहना मुश्किल है कि नेकपाल ने कत्ल किया। बल्कि पुलिस ने उससे ऐसा कहा नेकपाल भी मर गया, उसी पर केस दर्ज करा दो। अज्ञात में कहां किसे देखोगे।

छह दिन पहले ही बच्चे ने लिया था जन्म:

शाहबाद। पिता के मृतक व हत्यारोपी नेकपाल के घर में छह दिन पहले ही किलकारी गूंजी थी। उसका बच्चा सोमवार को छह दिन का ही हुआ था। बच्चा सही से अपने पिता का चेहरा भी नहीं पहचान पाया था, उससे पहले ही साया सिर से उठ गया। लोगों ने बताया कि उसकी पत्नी की तबियत भी सही नहीं है। वह कमरे में ही है।

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