परिषदीय स्कूलों में अगले सत्र में होगी एनसीईआरटी की पुस्तकों से पढ़ाई
नई शिक्षा नीति के तहत अब सरकारी प्राइमरी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई होगी। एनसीईआरटी पाठ्यक्रम चरणबद्ध ढंग से लागू किया जा रहा है।...
रामपुर। हिन्दुस्तान संवाद
नई शिक्षा नीति के तहत अब सरकारी प्राइमरी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई होगी। एनसीईआरटी पाठ्यक्रम चरणबद्ध ढंग से लागू किया जा रहा है। 2024-25 के सत्र तक सभी सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू कर दिया जाएगा।
नई शिक्षा नीति के तहत पूरे प्रदेश में सरकारी परिषदीय स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों से शिक्षा ग्रहण कराई जाएगी। शासन का मानना है कि एक समान पाठ्यक्रम होने से निजी और सरकारी सभी स्कूलों में एक समान शिक्षा दिलाई जा सकेगी।सरकारी प्राइमरी स्कूलों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम चरणबद्ध ढंग से लागू किया जा रहा है। 2024-25 तक कक्षा एक से कक्षा आठ तक में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू कर दिया जाएगा। इसके मद्देनजर अगले सत्र से एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के मुताबिक पढ़ाई शुरू कराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है।
पाठ्यक्रम लागू होने से पहले प्रशिक्षित होंगे शिक्षक
सत्र 2021- 22 में पहली कक्षा में एनसीईआरटी की किताबें लागू होंगी। शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रत्येक ब्लॉक से संदर्भदाता यानी चार अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।कक्षा एक में एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम के मुताबिक पढ़ाई शुरू करवानी है। इसके लिए इसके बाद सभी शिक्षकों का प्रशिक्षण ब्लॉक स्तर पर करवाया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए मॉड्यूल बनाया जा चुका है।
25-25 के बैच में ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले चार संदर्भ दाता शिक्षक प्रत्येक ब्लॉक में 25-25 शिक्षकों के बैच बनाकर उन्हें ऑफलाइन प्रशिक्षण देंगे। सभी शिक्षकों को ऑफलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिक्षकों का प्रशिक्षण 31 मार्च, 2021 तक पूरा करना होगा। संदर्भदाताओं का प्रशिक्षण ऑनलाइन होगा। ऐसे शिक्षकों का चयन होना है जिनका अकादमिक गतिविधियों में विशेष योगदान हो। इसके लिए शिक्षक संकुल और केआरपी में चयनित शिक्षकों का भी चयन किया जा सकता है। इनका प्रशिक्षण 10 जनवरी तक पूरा किया जाना है।
कक्षा-1 में एनसीईआरटी की पुस्तकें लागू करने के क्रम में परिषदीय अध्यापकों के उन्मुखीकरण हेतु ऑफ़लाइन प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। जल्द ही संदर्भ दाताओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह संदर्भ दाता फिर शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे।
-ऐश्वर्या लक्ष्मी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी