मिलक में पीड़िताओं ने घेरा एएसपी का वाहन, हड़कंप
मिलक कोतवाली में कोतवाली प्रभारी को रो रो कर आपबीती सुनाती पीड़िताएं
बुधवार की रात एक मां बेटी ने कोतवाली से बाहर निकलते एएसपी के वाहन को रोक लिया। वे पुलिस पर मनमानी एनसीआर दर्ज करने का आरोप लगा रही थीं। इस दौरान एएसपी ने भी उनको नजरन्दाज कर वाहन को आगे बढ़ाने का प्रयास किया, लेकिन मीडिया के कैमरों की फ़्लैश को देख गाड़ी रुकवाई और मात्र युवती का नाम पूछ कर आगे बढ़ गईं।मामला कोतवाली के मैनी गांव का है।
यहां के नीरज से मुरादाबाद की रजनी का विवाह बारह वर्ष पूर्व हुआ था। नीरज रामपुर में रह कर बीमा एजेंट के रूप में काम कर रहा है। रजनी के अनुसार दो वर्ष पूर्व उसके पति का अफेयर उसकी छोटी विवाहिता बहन से हो गया। विवाहिता साली से प्रेम प्रसङ्ग को ले कर परिवारों में टेंशन रहने लगी। रजनी ने बताया कि चार दिन पूर्व उसका पति उसकी विवाहिता बहन को ले कर फरार हो गया। खोजते खोजते वह और उसकी मां नेमवती, नीरज के घर मैनी गांव पहुंचीं तो दोनों वहां मौजूद मिले। आरोप है कि नीरज ने अपनी पत्नी और सास को पीटना शुरू कर दिया। वे कोतवाली पहुंचीं और तहरीर दी।
एनसीआर की कॉपी मिली तो वे पुलिस पर मनमाने ढंग से एनसीआर दर्ज करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली प्रभारी से मिलने पहुंचीं। आरोप है कि उन्हें वहां से भगा दिया गया। इस समय कोतवाली में एएसपी मौजूद थीं। मां बेटी कोतवाली के गेट पर ही बैठ गईं। ज्यों ही एएसपी का वाहन बाहर आया उन्होंने उसका रास्ता रोक लिया। एएसपी से बात करनी चाही, लेकिन उन्होंने गाड़ी आगे बढ़वा दी। इस दौरान अचानक मीडिया को देख उन्होंने गाड़ी रोक कर उसका नाम पूछा और आगे बढ़ गईं। उधर यह सब देख कोतवाली प्रभारी दौड़ कर बाहर आये और उनकी पूरी बात सुनी। उनका कहना था कि पहले जो बताया गया। वही लिखा गया था। उन्होंने स्टाफ को पीड़ित की शिकायत को हमेशा जैसा का तैसा दर्ज करने के निर्देश दिए।