राष्ट्रीय एकता में सरदार पटेल की अहम भूमिका
रामपुर। हिन्दुस्तान संवाद मुमताज़ ने कहा कि राष्ट्रीय एकता में सरदार वल्लभभाई पटेल की अहभ भूमिका है। जब भारतवर्ष आजाद हुआ उस समय वह कई छोटे-छोटे...
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से सरदार पटेल की जयंती पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के रोहेलखण्ड प्रांत संयोजक फैसल मुमताज़ ने कहा कि राष्ट्रीय एकता में सरदार वल्लभभाई पटेल की अहभ भूमिका है। जब भारतवर्ष आजाद हुआ उस समय वह कई छोटे-छोटे रियासतों में बटा हुआ था जिन को एक साथ लाने का श्रेय सरदार वल्लभ भाई पटेल को जाता है। सरदार वल्लभ भाई पटेल आजादी के ठीक पूर्व कई राज्यों को भारत में मिलाने के लिए कार्य शुरू कर दिया था।सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत के राजनीतिक एकीकरण के पिता के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि देश की 565 रियासतों का पटेल ने आज़ादी के बाद विलय कराया था। जिसमे रामपुर रियासत पहली रियासत थी जिसका सबसे पहले विलय हुआ था। लौह पुरुष सरदार पटेल के निमंत्रण पर रामपुर रियासत का विलय हुआ था। विलय समझौते पर हस्ताक्षर के वक़्त उनके द्वारा लिखी गई चिठ्ठी पड़ कर सुनाई गई थी। सभासद ज़ियाउर्रहमान बाबू, कमाल अख्तर , दानिश खां , अब्दुल्ला आकिफ़ , हुमैर खां, अय्यूब, इल्हाम खां, इश्हाम, मोहम्मद इस्हाक़, सूरमील सागर, शदाब, ज़ैब, शाहिना कौसर , अब्दुल्ला शारीफ आदी मौजूद आदि मौजूद रहे।
