ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश रामपुररोग व शोक खत्म करती है मां पीताम्बरा की साधना

रोग व शोक खत्म करती है मां पीताम्बरा की साधना

श्री त्रिपुरेश्वरी शक्तिपीठ के पीठाधीश्वर आचार्य डा. राधेश्याम वासंतेय ने ने कहा कि मां पीताम्बरा की साधना, रोग और शोक दूर करती...

रोग व शोक खत्म करती है मां पीताम्बरा की साधना
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,रामपुरWed, 01 Apr 2020 12:35 AM
ऐप पर पढ़ें

श्री त्रिपुरेश्वरी शक्तिपीठ के पीठाधीश्वर आचार्य डा. राधेश्याम वासंतेय ने ने कहा कि मां पीताम्बरा की साधना, रोग और शोक दूर करती है।मंगलवार को उन्होंने शक्तिपीठ में मां पीताम्बरा बगला की साधना कर यज्ञ किया। डा. वासंतेय ने कहा कि चक्र साधना के बाद तरंग साधना से सातवें केंद्र का परिमार्जन किया जाता है। जिससे घोर अंधकार के बाद सत् रूपी प्रकाश के दर्शन हो सके। जब तक कालरात्रि की साधना नहीं होगी, महागौरी के दर्शन नहीं होंगे। यह तालु चक्र यानी आकाश तत्व का शोधन है। यह श्री यंत्र का सातवां चक्र है। इस चक्र में साधक जब साधना करता है तो उसके तमोगुण दूर होते है।वह सतोगुण प्राप्ति की ओर जाने लगता है, जहां सतलोक में प्रकाश के दर्शन होते हैं। इसलिए हर साधक को अपने चित्त में फैले असत् रूपी अंधकार को हटाकर उसे प्रकाश अर्थात सतलोक में ले जाने के लिए रात्रि में आज्ञा चक्र में साधना करना चाहिए। सौभाग्यवती स्त्रियों को अपने सुहाग, पुत्रों और संपूर्ण राष्ट्र की रक्षा और उसके कल्याण की प्रार्थना करना चाहिए। मां कालरात्रि का अर्चन-पूजन षोडशोपचार विधि से किया गया। मां पीताम्बरा बगला का सहस्त्रनाम यज्ञ हुआ। जिसमें हल्दी से आहुतियां दीं। मां पीताम्बरा से राष्ट्र के शत्रुओं से रक्षा और सम्पूर्ण विश्व में भारत देश के वैभव के विस्तार की प्रार्थना की गई।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें