लॉक हो गई धान खरीद, किसानों के लाखों फंसे
सरकारी धान खरीद का समय पूरा हो गया। सभी केंद्र बंद कर दिए गए। खरीद में शाहजहांपुर ने लक्ष्य से ज्यादा खरीदकर प्रदेश के सभी जिलों के पीछे धकेल दिया।...

सरकारी धान खरीद का समय पूरा हो गया। सभी केंद्र बंद कर दिए गए। खरीद में शाहजहांपुर ने लक्ष्य से ज्यादा खरीदकर प्रदेश के सभी जिलों के पीछे धकेल दिया। जबकि, रामपुर खरीद में कुछ पीछे रह गया। कई सौ किसानों के लाखों रुपये भी फंस गए। कैंप लगाकर उनके खाते दुरुस्त कराए जा रहे हैं।
जिले को 3 लाख लाख 6500 मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य दिया गया था। इसके लिए विभिन्न एजेंसियों के 138 क्रय केंद्र खोले गए। खरीद एक अक्तूबर से शुरू होकर 31 जनवरी यानी मंगलवार को खत्म हो गई। जनपद 2.99 लाख 342 मीट्रिक टन खरीदकर प्रदेश में दूसरे स्थान पर पहुंच गया। जबकि, शाहजहांपुर 3.70 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष 3.70 लाख 747 मीट्रिक टन खरीद कर टॉप पर रहा। पीलीभीत 2.65 लाख 553 मीट्रिक टन खरीद कर तीसरे स्थान पर रहा।
धान की खरीद पूरी तरह लॉक कर दी गई। लेकिन, कई सौ किसानों के लाखों रुपये का भुगतान फंस गया। खातों में धान का पैसा ट्रांसफर करने की कवायद शुरू कर दी गई है। तहसीलवार शिविर लगाकर किसानों के खाते दुरुस्त कराए जा रहे हैं। बिलासपुर, मिलक, स्वार और टांडा में शिविर लग चुके हैं। सदर मंडी में दो फरवरी यानी बुधवार को शिविर लगाया जाएगा।
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खरीद 31 जनवरी तक होनी थी। इसलिए समस्त धान क्रय केंद्र बंद कर दिए गए। कोई न कोई कमी होने के कारण कुछ किसानों के खातों में पैसा नहीं पहुंच पा रहा है। खाते दुरस्त कराने के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं। शीघ्र ही किसानों के खाते में पैसा पहुंच जाएगा।
अनुपम निगम, जिला खाद्य विपणन अधिकारी