बाढ़ के पानी से धान की फसल बही, कटे सम्पर्क मार्ग
तीन दिन से लगातार बारिश के बीच मंगलवार को रामनगर बैराज से पानी छोड़े जाने से बुधवार को क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये थे। इस दौरान कई...
भोट। संवाददाता
तीन दिन से लगातार बारिश के बीच मंगलवार को रामनगर बैराज से पानी छोड़े जाने से बुधवार को क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये थे। इस दौरान कई गांवों का सम्पर्क मार्ग कटने के साथ खेतों में खड़ी फसल खराब हो गयी व खेतों में कटी पड़ी धान की फसल भी पानी के साथ बह गयी। वहीं गुरूवार को जलस्तर कम होने के साथ ही लोगों ने राहत की सांस ली और सुबह करीब चार बजे नेशनल हाइवे में यातायात सुचारू हो गया।
बुधवार रात में पीलाखार नदी का जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये। इस दौरान रामपुर काठगोदाम हाइवे में करीब तीन फुट पानी बहने से प्रशासन ने बुधवार सुबह ही यातायाता बंद कर दिया था।वहीं दरियागढ़ , खौदपुरा, तालकपुर, पदपुरी, संकरा,नरखेड़ा,अशोकपुर ,पेमपुर,भोट, मुतियापुरा , करीपुरशर्की समेत दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए थे तथा इन गांवों के चारों ओर पानी भर गया था। इस दौरान जिला मुख्यालय को दरियागढ़,मुतियापुरा व करीपुर शर्की व तालकपुर गांव को जिला मुख्यालय व अन्य गांवों से जोड़ने वाले सम्पर्क मार्ग के कट जाने से ग्रामीणों को जिला मुख्यालय व आस पास के गांवों से सम्पर्क कट जाने के कारण गुरूवार को भी लोग काफी परेशान रहे। इस दौरान जहां ग्रामीण पानी के तेज बहाव के बीच से जान जोखिम में डालकर पैदल ही निकलते रहे वहीं कुछ ग्रामीण बाढ़ के पानी में मछलियों का शिकार भी करते नजर आये।