निजी वाहनों का भी अधिग्रहण कर रहे अफसर, खलबली
पंचायत चुनाव में घूमने के लिए अफसर निजी वाहनों का भी अधिग्रहण कर रहे हैं, जिससे वाहन चालकों में खलबली मची...
पंचायत चुनाव में घूमने के लिए अफसर निजी वाहनों का भी अधिग्रहण कर रहे हैं, जिससे वाहन चालकों में खलबली मची है।
जनपद में पंचायत चुनाव चल रहे हैं। पहले चरण में 15 अप्रैल को मतदान होगा, जिसकी तैयारी की जा रही है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी जुटे हैं। पोलिंग पार्टियों के लिए करीब चार हजार बसों की जरूरत है, जबकि अधिकारियों के भ्रमण करने को भी तीन सौ कारों की जरूरत है। सरकारी इतने वाहन नहीं हैं। इसलिए निजी वाहनों पर पुलिस, प्रशासन और परिवहन विभाग की नजर है। एआरटीओ स्टाफ के साथ सड़कों पर वाहनों की तलाश कर रहे हैं। टैक्सी में चलने वाले वाहनों को भी अधिग्रहण कर लिया गया है। इसके अलावा जिले भर में जगह-जगह अधिकारी वाहन चेकिंग कर रहे हैं। ऐसे में जो भी उन्हें वाहन अधिग्रहण करने के लायक मिलता है, उसे चुनाव में लगा रहे हैं। इससे वाहन चालकों में खलबली मची है। कुछ लोग तो चुनाव तक वाहनों को सड़क पर लाने से ही डर रहे हैं। अफसरों ने 12 अप्रैल की शाम से ही मंडियों में वाहन लेकर पहुंचने के निर्देश दिए हैं।