लाखों लोगों ने झेला विभाजन का दंश
रामपुर में पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि विभाजन का जख्म और आजादी का जश्न दोनों ही हमारे लिए सबक और संदेश हैं। विभाजन...
रामपुर में पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि विभाजन का जख्म और आजादी का जश्न दोनों ही हमारे लिए सबक और संदेश हैं। विभाजन की विभीषिका हमें याद दिलाती है कि हिंदुस्तान ने विभाजन के कितने जख्म सहे हैं और उन जख्मों के निशानों के साथ हिंदुस्तान अपनी तरक्की के सफल सफर को आगे बढ़ा रहा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को सिविल लाइन स्थित आदर्श धर्मशाला में भाजपा की ओर से लगाई गई तीन दिवसीय विभाजन विभीषिका स्मृति प्रदर्शनी को देखने पहुंचे थे। तीन दिवसीय प्रदर्शनी के आखिरी दिन नकवी ने कहा कि आजादी के नायकों और विभाजन के खलनायकों के इतिहास को जब तक हम साथ नहीं देखेंगे तब तक हम हिंदुस्तान के संघर्ष और सफलता को संपूर्णता से नहीं समझ पाएंगे। कहा कि हम आजादी का जश्न तो मनाते थे पर विभाजन का जख्म भूल जाते थे। आज देश जहां एक तरफ आजादी का जश्न मना रहा है वही दूसरी तरफ विभाजन की विभीषिका को भी याद कर रहा है।
उन्होंने कहा कि विभाजन की विभीषिका स्मृति प्रदर्शनी के माध्यम से देश के विभाजन की दर्दनाक कहानी बयान की गई। इसमें लाखों लोगों को विभाजन का दंश झेलना पड़ा था। इस दौरान कई और जनप्रतिनिधि और भाजपा के नेता यहां पहुंचे और प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर संयोजक अशोक विश्नोई ने प्रदर्शनी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष ख्यालीराम लोधी, जिलाध्यक्ष अभय गुप्ता, सभापति सूर्य प्रकाश पाल, मोहन लाल सैनी, भारत भूषण गुप्ता, जयपाल यादव आदि उपस्थित रहे।