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मुंशी प्रेमचंद पर सेमिनार होने से मिलेगा साहित्यिक लाभ: राम नाईक

उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि रजा लाइब्ररी द्वारा मुंशी प्रेमचंद पर कराए जा रहे दो दिवसीय सेमिनार का साहित्यिक लाभ मिलेगा। कहा कि समाज में फैली कुरीतियों पर प्रेमचंद ने खूब हमले किए...

मुंशी प्रेमचंद पर सेमिनार होने से मिलेगा साहित्यिक लाभ: राम नाईक
हिन्दुस्तान टीम,रामपुरSun, 30 Jul 2017 06:08 PM
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उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि रजा लाइब्ररी द्वारा मुंशी प्रेमचंद पर कराए जा रहे दो दिवसीय सेमिनार का साहित्यिक लाभ मिलेगा। कहा कि समाज में फैली कुरीतियों पर प्रेमचंद ने खूब हमले किए हैं। इस सेमिनार का संदेश पूरे देश में जाना चाहिए। रजा लाइब्रेरी के रंग महल में आयोजित कार्यक्रम में रविवार को राज्यपाल ने कहा कि कलम श्रेष्ठ है या तलवार। मुंशी प्रेमचंद ने समाज की कुरुतियों पर प्रहार कर कलाम की श्रेष्ठता से रूबरू कराया। कहा कि भारत की सभी भाषाओं में मुंशी पे्रमचंद की कहानियों के अनुवाद हुए हैं। कहा कि टीवी का दौर आने पर लोगों को पढ़ने की आदत कम हुई है। पढ़ने का आनंद किताबें खरीद कर पढ़ने में होता है। कहा कि मुफ्त की किताबें लोग कम ही पढ़ते हैं। उनके पढ़ने का मजा भी चला जाता है। कहा कि किताब खरीदकर पढ़ेंगे तो साहित्य की सेवा होगी। उन्होंने बताया कि 1954 में बीकाम किया लेकिन, साहित्य पढ़ने का हमेशा शौक रहा। अपने संस्मरणों पर एक पुस्तक भी लिखी। चरैवेति-चरैवेति पुस्तक का नाम है जिसका अर्थ है चलते रहो-चलते रहो। कहा कि उन्होंने राजभवन में कार्यक्रम आयोजित कर रामपुर के साहित्यकारों को सम्मानित भी किया।

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