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बिलासपुर ब्लॉक में ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक में चले जूते चप्पल

शुक्रवार की शाम नगर के ब्लॉक परिसर में मनरेगा के काम को लेकर ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक में विवाद हो गया। जिस पर दोनों पक्षों में जमकर जूते चप्पल...

बिलासपुर ब्लॉक में ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक में चले जूते चप्पल
हिन्दुस्तान टीम,रामपुरFri, 17 Sep 2021 06:41 PM
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बिलासपुर। संवाददाता

शुक्रवार की शाम नगर के ब्लॉक परिसर में मनरेगा के काम को लेकर ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक में विवाद हो गया। जिस पर दोनों पक्षों में जमकर जूते चप्पल चले तथा घंटे भर तक हंगामा होता रहा। शुक्रवार की शाम ब्लॉक परिसर में राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख का कार्यक्रम था। जिसके लिए क्षेत्र के प्रधानों और रोजगार सेवकों को आमंत्रित किया गया था। इसी बीच मंत्री के आगमन से पहले ही अचानक एक गांव निवासी प्रधान और रोजगार सेवक में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। झगड़ा बढ़ने पर दोनों ओर से तनातनी होनें लगी तथा मौके पर दोनों पक्ष के दर्जनों लोग इकट्ठा हो गए। वहीं, विवाद गहराता देख दोनों ओर से हाथापाई शुरू हो गई। झगड़े के दौरान प्रधान व रोजगार सेवक पक्ष में जमकर जूते चप्पल चले। उधर, झगड़े कि सूचना पाकर खंड विकास अधिकारी रिजवान हुसैन और ब्लाक प्रमुख कुलवंत सिंह औलख भी मौके पर पहुंच गए तथा किसी तरह दोंनो पक्षों का बीच बचाव करवाने का प्रयास करने लगे। उधर, मारपीट की सूचना पर कोतवाली पुलिस भी पहुंच गई। बाद में किसी तरह दोनों पक्षों का बीच-बचाव करवाकर मामले को शान्त कर दिया गया। वहीं, बाद में आक्रोशित ग्राम प्रधान अपने समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंच गए और तहरीर सौंपते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की। करीब दो घंटे तक चले इस घटनाक्रम की वजह से गांव में स्थिति तनावपूर्ण बन गई गई है। पुलिस ने खबर लिखे जाने तक कोई भी मुकदमा दर्ज नही किया था। इस पर कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक लखपत सिंह ने बताया कि अभी उन्हें कोई तहरीर प्राप्त नही हुई है। अगर कोई तहरीर प्राप्त होती है तो मामले पर संज्ञान लेते हुए कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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यह रही लड़ाई की प्रमुख वजह

बिलासपुर।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लड़ाई की वजह मनरेगा के काम को लेकर बताई जा रही है। जहां प्रधान पक्ष का आरोप है कि रोजगार सेवक ने गांव में फर्जीवाड़ा करके कई फर्जी जॉबकार्ड बना लिए हैं। वह उन्ही के माध्यम से पैसे निकालकर लाखों का घोटाला करता चला आया है। उन्होंने जब इस घोटाले की पोल खोलने की बात कही तो विवाद हो गया। वहीं, रोजगार सेवक पक्ष का कहना है कि ग्राम प्रधान मजदूरों का पैसा हड़पना चाहता है। साथ ही मनरेगा के माध्यम से करवाए जा रहे विकास में वह मजदूरों की मजदूरी पर डाका डालना चाहता है। वह इसको रोकने का प्रयास कर रहा था। जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया और झगड़ा हो गया। बताया कि यह विवाद पिछले डेढ़ माह से चला आ रहा है। आज इसने विकराल रूप धारण कर लिया। वहीं, झगड़े के दौरान सैकड़ों लोग मूकदर्शक बने यह सारा तमाशा देख रहे थे।

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