रामपुर में गरज और चमक के साथ बूंदाबांदी, लोगों को गर्मी से मिली राहत
रामपुर में गरज चक के साथ बूंदाबांदी हुई। बूंदाबांदी ने किसानों की धुकधुकी बढ़ा दी है। मंदिर और मस्जिदों में बारिश नहीं होने की दुआएं होती रहीं। बेमौसम बरसात खेतों में खड़ी गेहूं की तैयार फसल बर्बाद हो...
मौसम के अचानक करवट बदलने और आसमान में बादल छाए रहने से किसानों का कलेजा कांपने लगा। मौसम की मार से रबी की फसल चौपट हो सकती है। किसानों को रबी की फसल से काफी आस है। फसलें बर्बाद होने से ऋण के जाल में फंसे किसान आए दिन आत्महत्याएं कर रहे हैं। बुधवार को आसमान में बादल घिर आने से किसानों की धुकधुकी बढ़ गई। उन्होंने मंदिरों मस्जिदों में फसल के लिए दुआएं कीं। किसानों की जख्मों पर पर्याप्त मात्रा में सरकारी मरहम की दरकार है। जबकि, सरकार ने किसानों को ऋण माफी देने से दो टूक मना कर दिया है।
उधर, बूंदाबांदी होने से पिछले कई दिनों से बढ़ते तापमान पर अंकुश लगा और लोगों को गर्मी से निजात मिली। तापमान में गिरावट होने से दिन में भी लोग सड़कों पर दिखाई दिए। पिछले दो दिनों से पारा चढ़ने से दिन में सड़कों पर चहल-पहल काफी कम होने लगी थी।