रामपुर में सांसद निधि से एक रुपये खर्च नहीं कर सके आजम
सपा सांसद आजम खां अपनी सांसद निधि के पांच करोड़ रुपये साल भर बाद भी खर्च नहीं कर सके। विकास कार्यों के लिए आने वाली यह धनराशि साल भर से उनके खाते में...
सपा सांसद आजम खां अपनी सांसद निधि के पांच करोड़ रुपये साल भर बाद भी खर्च नहीं कर सके। विकास कार्यों के लिए आने वाली यह धनराशि साल भर से उनके खाते में पड़ी हुईहै। सांसद निधि की धनराशि को उनके द्वारा कराए जाने वाले प्रस्तावित विकास कार्यों का इंतजार है।
2019 में लोकसभा चुनाव के बाद रामपुर सीट से शहर विधायक आजम खां सांसद बने थे। सांसद पद पर निर्वाचित होने के बाद केंद्र सरकार की ओर से सांसद को अपने क्षेत्र के विकास कार्यों को दी जाने वाली पांच करोड़ रुपये की धनराशि सांसद निधि के तौर पर दी गई। मगर, यह धनराशि साल भर बाद भी खर्च नहीं की जा सकी है। विकास कार्यों के लिए आने वाली धनराशि के प्रस्ताव प्रशासन को नहीं मिल सके। यही वजह रही कि सांसद निधि की धनराशि आज भी सांसद निधि के खाते में पड़ी हुई है। दरअसल जब से आजम खां सांसद बने तब से उनकी मुश्किलें बढ़ती चली गईं। वह अपनी उलझनों में ऐसे उलझ गए कि विकास कार्यों का प्रस्ताव तक नहीं दे सके। एक के बाद एक मुकदमें दर्ज होते चले गए और फिर उन्होंने मार्च 20 में कोर्ट में सरेंडर कर दिया और अभी तक वह जेल में हैं। यानि वह विकास कार्य नहीं करा सके।
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कोरोना की वजह से लगी सांसद निधि पर लगी रोक
रामपुर। कोरोना की वजह से केंद्र सरकार ने 2020-21 में जारी की जाने वाली सांसद निधि पर रोक लगा रखी है। इस रोक की वजह से इस साल की धनराशि अभी सांसद निधि खाते में नहीं पहुंची है,जबकि अफसरों को यह उम्मीद है धनराशि अब 2022 में जारी हो सकती है।
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26 फरवरी 20 को किया था आजम ने सरेंडर
रामपुर। तमाम मुकदमों में घिरने के बाद सपा सांसद आजम खां ने 26 फरवरी 20 को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। वह सीतापुर जेल में बंद हैं। फिलहाल उनका स्वास्थ्य खराब है,जिसके चलते सपा सांसद को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा है।