झगड़े के बाद ग्रामीणों ने दोनों पक्षों का करवाया समझौता
बीते शुक्रवार की दोपहर से चली आ रही ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक पक्ष के विवाद पर एकाएक विराम लग गया। शनिवार की सुबह पंचायत के माध्यम से मामलें को...
बिलासपुर। संवाददाता
बीते शुक्रवार की दोपहर से चली आ रही ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक पक्ष के विवाद पर एकाएक विराम लग गया। शनिवार की सुबह पंचायत के माध्यम से मामलें को शांत करवा दिया गया है। मनरेगा द्वारा करवाए जा रहे गांव के विकास कार्यों को लेकर एक गांव के प्रधान और रोजगार सेवक में ठन गई थी। करीब दो माह से चले आ रहे इस विवाद ने एकाएक शुक्रवार की शाम विकराल रूप धारण कर लिया था। ब्लॉक परिसर में प्रधान पक्ष और रोजगार सेवक पक्ष के लोग आमने सामने आ गए थे और जमकर मारपीट भी हुई थी। इसी बीच दोनों पक्षों में विवाद गहराता देख अधिकारियों ने भी मामले को सुलटाने का प्रयास किया था। लेकिन, प्रधान पक्ष ने पुलिस को तहरीर सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की थी। उधर, शनिवार को पुलिस ने दोनों पक्षों को कोतवाली बुलाया और यहां बैठाकर उनसे बातचीत की गई, जिसमें कहासुनी भी हुई। मगर बाद में दोनों पक्ष पंचायत के लिए राजी हो गए। इसके बाद दोनों पक्षों के गणमान्य नागरिकों ने पुलिस की देख रेख में पंचायत करके मामले को निबटा दिया। दोनों पक्षों द्वारा दी गई तहरीर वापस ले ली गई और गले मिलकर विवाद को खत्म कर दिया गया। बाद में दोनो पक्षों ने पंचायतनामा भरकर एक-दूसरे से गिले-शिकवे दूर होनें की बात कही। वहीं, कार्रवाई न किए जाने की बात पर पुलिस ने दोनों पक्षों को भेज दिया। पंचायत में राशिद ख़ां, अकरम पन्नी, जीशान अहमद, जमील अहमद, नाजिम अली, असगर अली, जमील अंसारी, गुलाम अहमद सहित आदि लोग रहे।