पीएम आवास की नई सूची में 3066 लाभार्थी अपात्र
प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ी धांधली खुलने के बाद कर्मचारियों के भी होश ठिकाने आना शुरू हो गए हैं। अब शुरू से ही बारीकी से जांच की जा रही...
प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ी धांधली खुलने के बाद कर्मचारियों के भी होश ठिकाने आना शुरू हो गए हैं। अब शुरू से ही बारीकी से जांच की जा रही है। जिस स्तर से पिछली सूचियों पर खेल करके गड़बड़झाला सामने आया है। उस स्तर पर अब नई सूची में सुधार मिल रहा है। तीन हजार से अधिक लाभार्थियों को अपात्र घोषित कर योजना से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
शाहबाद नगर में अब तक करीब चार हजार आवास आवंटित हो चुके हैं। आवासों के आवंटन में बड़ा घपला सामने आ रहा है। एसडीएम की जांच में अपात्र घोषित हुए 221 ऐसे लाभार्थियों को रिकवरी का नोटिस जारी किया जा चुका है, जिन्होंने योजना की रकम हजम कर ली। योजना के लाभार्थी चयन में भ्रष्टाचार मिलने से वे कर्मचारी और अधिकारी भी आरोपों के घेरे में खड़े हो गए, जिन्होंने पात्र-अपात्र का कई बार सत्यापन किया था और फिर भी अपात्रों को हरी झंडी दे दी थी। इससे संबंधित विभागों के कर्मचारियों के होश उड़े हुए हैं। आगे गर्दन न फंसे, इस लिहाज से बारीकी से नए आवेदकों की जांच की जा रही है। एसडीएम कार्यालय के अनुसार 4194 आवेदकों की नई सूची, जिन्हें अभी रकम मिलना तो दूर, जियो टैगिंग भी नहीं हुई उसमें 3066 लोग अपात्र मिले हैं। उन्हें योजना से बाहर किया जा रहा है। डूडा विभाग को इस बारे में एसडीएम कार्यालय से रिपोर्ट भेजी जा रही है।
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सरकारी नालों-सड़कों पर करा दी जियो टैगिंग:
शाहबाद। आवास योजना में धांधली का आलम यह रहा कि सरकारी नालों और सड़कों पर आवास आवंटित कर दिए गए। जियो टैगिंग के बाद पैसा भी जारी कर दिया गया। नालों पर बन रहे आवासों को ईओ ने ध्वस्त करा दिया। ऐसा तब हुआ जबकि जियो टैगिंग में संबंधित स्थान का फाेटो लिया जाता है। इसके बाद भी कर्मचारियों ने बेखौफ तरीके से जियो टैगिंग करा दी।