बहराइच में रची गई थी बड़े बवाल की साजिश, पुलिस की सक्रियता से नाकाम हुए मंसूबे
- पुलिस की सक्रियता से बहराइच में बड़े बवाल की साजिश नाकाम कर दी गई। महसी तहसील क्षेत्र में भड़की हिंसा को देखते हुए इंटनेट सेवा बंद कर दी गई हैं। उपद्रव की समीक्षा के बाद UP STF चीफ अमिताभ यश ने मोर्चा संभाल लिया।

Bahraich Murti Visarjan Vivad: बहराइच में बड़े बवाल की साजिश रची गई थी। पुलिस को जांच के दौरान आरोपियों की छत से काफी संख्या में ईंट पत्थर और डंडे डंप मिले। इन सभी को जब्त कर लिया गया है। पुलिस की सक्रियता से बहराइच में बड़े बवाल की साजिश नाकाम कर दी गई। महसी तहसील क्षेत्र में भड़की हिंसा को देखते हुए इंटनेट सेवा बंद कर दी गई हैं। उपद्रव की समीक्षा के बाद यूपी एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने मोर्चा संभाल लिया। उनका खुद का हाथ में रिवाल्वर लेकर सड़क पर दौड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
एसटीएफ की चार टीमों को भी प्रभावित क्षेत्र में तैनात कर दिया गया है। ये टीमें बुलेट प्रूफ वाहनों से लैस होकर मोर्चे पर डट गई हैं। महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज कस्बे में अब्दुल हमीद के घर के सामने से विसर्जन जुलूस निकलने के दौरान दूसरे समुदाय के लोगों के पथराव व गोली मारने के बाद हिंसा भड़क गई थी। इसमें रामगोपाल की मौत संग 15 से अधिक लोग घायल हो गए थे। दूसरे दिन सोमवार को शव पहुंचने पर दोबारा हिंसा भड़क गई।
परिजनों को डीएम तो उग्र लोगों को समझाने में लगी रहीं एसपी
महाराजगंज में भड़की हिंसा के बाद से ही डीएम व एसपी मोर्चे पर डट गई थी। रविवार को एसपी महाराजगंज में उपद्रवियों के बीच डटी रहीं, तो अस्पताल चौराहे के सामने शव रखकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने में लगी रहीं। रातभर दोनों अधिकारी अपने-अपने स्तर से दंगा को रोकने के लिए जुटी रहीं। सोमवार की सुबह जब ग्रामीण शव लेकर महसी तहसील मुख्यालय डट गए तो भी एसपी व डीएम तत्काल पहुंचीं। आक्रोशित परिजनों को समझाने में डीएम लगी रहीं तो उग्र भीड़ के बीच एसपी भी लोगों को कार्रवाई का हवाला देकर शांत रहने की अपील करती दिखी। एसपी ने लोगों के बीच ही अधीनस्थों को फटकार लगाई। कहाकि लापरवाही पर कार्रवाई होगी। पूरी सजगता के साथ क्षेत्र में हिंसा को काबू करना होगा। डीएम ने मृतक की मां को ढांढस बंधाते हुए कठोर कार्रवाई करने की बात कही।
एसटीएफ की 4 टीमें लगीं
प्रभावित क्षेत्र में पीएसी संग यूपी एसटीएफ की चार टीमें भी बुलाई गई हैं, जो पांच बजे के करीब बुलेट प्रूफ वाहनों से महाराजगंज पहुंच गई हैं। हर टीम में सात-सात कुल 18 कमांडो व चार एसआई रैंक के अधिकारी शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर परिजन मंगलवार को लखनऊ मुख्यमंत्री से मिलने के लिए जा सकते हैं। सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में शव को बड़े भाई ने मुखाग्नि दी।