6 लाख लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र देने वाला रेलकर्मी गिरफ्तार, नौकरी के नाम पर जालसाजी का खुलासा
- आरोप है कि इस रेलकर्मी ने 6 लाख रुपये लेने के बाद फर्जी नियुक्ति पत्र दिया था। ज्वाइनिंग के लिए जाने पर फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। इसके बाद पीड़ित ने केस दर्ज कराया था। आरोपित को पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया। आरोपित मूल रूप से वाराणसी का रहने वाला है।

Railway worker accused of forgery in the name of job arrested: नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजी करने के आरोपित रेलकर्मी सुभाषचंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ने छह लाख रुपये लेने के बाद फर्जी नियुक्ति पत्र दिया था। ज्वाइनिंग के लिए जाने पर फर्जीवाड़े की जानकारी हुई, जिसके बाद पीड़ित ने केस दर्ज कराया था। आरोपित को पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया। आरोपित मूल रूप से वाराणसी जिले के चोलापुर थाना क्षेत्र के अजगरा का रहने वाला है।
चौरीचौरा गांव निवासी संतोष कुमार यादव ने केस दर्ज कराया था। संतोष ने पुलिस को बताया कि 10 सितंबर 2020 को रेलवे बिछिया कॉलोनी में रहने वाले सुभाष ने बताया कि रेलवे में नौकरी लगवा देगा, इसके लिए छह लाख रुपये देने होंगे।
उसकी बातों में आकर पांच लाख रुपये एकमुश्त और फिर किस्तों में रुपये दिए। पूरी रकम लेने के बाद सुभाष ने 27 अक्तूबर 2020 को कार्यालय मुख्य कामर्शियल प्रबंधक गोरखपुर, लखनऊ मंडल के फर्जी हस्ताक्षर से जारी एक ज्वाइनिंग लेटर दिया।
16 नवंबर 2020 को लेटर लेकर ज्वाइनिंग के लिए जाने पर फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। इसके बाद आरोपित से शिकायत करते हुए रुपये वापस मांगे तो उसने जान से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया।