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रायबरेली-बीजेपी विधायक का लखनऊ के अस्पताल में निधन

वरिष्ठ संवाददाता रायबरेली बीजेपी से तीन बार विधायक और कल्याण सिंह मंत्रिमंडल में समाज...

रायबरेली-बीजेपी विधायक का लखनऊ  के अस्पताल में निधन
हिन्दुस्तान टीम,रायबरेलीFri, 07 May 2021 11:10 PM
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वरिष्ठ संवाददाता रायबरेली

बीजेपी से तीन बार विधायक और कल्याण सिंह मंत्रिमंडल में समाज कल्याण राज्यमंत्री रहे दल बहादुर कोरी का शुक्रवार को लखनऊ के अपोलो अस्पताल में बीमारी के चलते निधन हो गया। बीमारी के बीच ही वह कोरोना संक्रमित भी हुए थे लेकिन हफ्ते भर पहले ही उनकी नेगेटिव रिपोर्ट आ गई थी। अस्पताल में सुबह साढे छह बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर फैलते ही पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई। दोपहर में उनकी अंत्येष्टि गमगीन माहौल गांव में ही कर दी गई। अंतिम संस्कार में सैकड़ों चाहने वाले कोरोना के बावजूद शामिल हुए।

सलोन तहसील क्षेत्र के पदमनपुर बिजौली गांव के रहने वाले 64 साल के दल बहादुर कोरी पहली बार भाजपा के टिकट पर 1993 में जिले की सलोन सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। बेहद सामान्य परिवार के दल बहादुर कोरी 1996 में भी दूसरी बार भाजपा के टिकट पर ही विधायक चुने गए। राजनाथ सिंह मंत्रिमंडल में उन्हें 1998 में समाज कल्याण राज्यमंत्री बनाया गया। मंत्री बनने के बाद भी वह सामान्य ही बने रहे और आम जनता से उनका जुड़ाव जीवन पर्यंत साधारण व्यक्ति की तरह ही बना रहा।

वर्ष 2002 में भाजपा और 2007 में बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े दलबहादुर कोरी दोनों ही बार चुनाव हार गए। वर्ष 2010 में उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली। गांधी परिवार ने उन्हें पार्टी का प्रदेश महामंत्री बनाया। लगभग 2 साल कांग्रेस में रहने के बाद वह फिर भाजपा में लौट आए। वर्ष 2012 में भाजपा ने उन्हें मैदान में उतारा लेकिन जीत हाथ नहीं लगी। वर्ष 2017 में भाजपा ने उन्हें फिर अपना प्रत्याशी बनाया। इस चुनाव में दल बहादुर कोरी मैदान मारने में सफल रहे।

विधायकी के तीसरे कार्यकाल के बाद उनका स्वास्थ्य खराब रहने लगा। इसी कार्यकाल में उन्हें दो बार दिल का दौरा भी पड़ा और एक बार रीढ़ की हड्डी में भी प्रॉब्लम आई। बीपी और शुगर के भी वह मरीज हो गए थे। पिछले महीने की 8 तारीख को उनका स्वास्थ्य खराब हुआ। उन्हें जिला अस्पताल से पीजीआई रेफर कर दिया गया। कुछ दिन वहां इलाज के बाद अपालो में भर्ती हो गए। इसी बीमारी के दौरान वह कोरोना संक्रमित हुए लेकिन 8 दिन पहले उनकी नेगेटिव रिपोर्ट आ गई थी लेकिन लगातार वह अस्पताल में भर्ती रहे। उनके निधन की खबर से पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अजय त्रिपाठी समेत तमाम नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

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