बहराइच में एक और मगरमच्छ पकड़ा गया
मिहींपुरवा में तालाब से पांच दिन पूर्व पकड़ा गया था मादा मगरमच्छवन महकमे की टीम ने पकड़ गए मगरमच्छ को उरई नाले में छोड़ाफोटो फाइल नम्बर 30 बीएएचपीआईसी 18कैप्सन: मिहींपुरवा के भगहर तालाब से सोमवार को...
मिहींपुरवा में तालाब से पांच दिन पूर्व पकड़ा गया था मादा मगरमच्छ
वन महकमे की टीम ने पकड़ गए मगरमच्छ को उरई नाले में छोड़ा
फोटो फाइल नम्बर 30 बीएएचपीआईसी 18कैप्सन: मिहींपुरवा के भगहर तालाब से सोमवार को पकड़ा गया मगरमच्छ
बहराइच। हिन्दुस्तान संवाद
कतर्नियाघाट वनजीव प्रभाग के जंगल से सटे मिहींपुरवा कस्बा के भगहर तालाब में पहुंचे तीन मगरमच्छों में से एक और मादा मगरमच्छ मछली पकड़ने वाले जाल में फंस गया। इसकी भनक पाकर वन महकमें की टीम मौके पर पहुंच गई। पकड़ गए मादा मगरमच्छ को पुरई नाले में छोड़ दिया गया है। डीएफओ ने वनकमियों की टीम से अन्य मगरमच्छों को पकड़ने का भरोसा दिलाया है।
मोतीपुर थाने के मिहींपुरवा कस्बे के पास भगहर नाला है। जो कभी बूढ़ी नदी हुआ करती थी जो समय के साथ विलुप्त हो गयी। यह नाला मिहींपुरवा, परवानी गौढ़ी व कुड़वा ग्राम सभाओं की सीमा से लगा हुआ है। वर्तमान में तहसील प्रशासन की ओर से इस नाले में ग्रामीणों को मत्स्य पालन के लिए पट्टा आवंटित कर दिया गया है। सोमवार की दोपहर जगदीश प्रसाद खटिक को आवंटित तालाब में मछली के शिकार के दौरान एक मादा मगरमच्छ मछली के जाल में फंस गया। उन्होंने खूंटे से जाल का सिरा बांध दिया। ताकि मगरमच्छ जाल सहित गहराई में न चली जाए।
गत 26 अक्टूबर को सुबह तालाब के किनारे पीपल के पास एक मादा मगरमच्छ को ग्रामीणों के सहयोग से पकड़ा गया था। भाजपा नेता योगेश प्रताप सिंह का कहना है कि लगता है कि दो मगरमच्छ और हैं। पहले तीन मगरमच्छ होने की आशंका जताई गई थी। वन महकमे की टीम सोमवार की दोपहर तालाब पर पहुंची। वहां जाल में फंसे मादा मगरमच्छ को कब्जे में लेकर निशानगाड़ा रेंज के उरई नाले में ले जाकर छोड़ दिया गया है। डीएफओ ज्ञानप्रकाश सिंह ने बताया कि मादा मगरमच्छ की आयु लगभग आठ वर्ष प्रतीत हो रही है।