गंगा के तटीय इलाकों को खतरे का संकेत देने लगी यमुना
प्रयागराज में गंगा के तटीय इलाकों में रहने वालों को यमुना चेतावनी देने लगी हैं। नैनी में यमुना का जलस्तर तीन सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ने लगा है। वहीं, गंगा की जलस्तर वृद्धि रुकी...
प्रयागराज में गंगा के तटीय इलाकों में रहने वालों को यमुना चेतावनी देने लगी हैं। नैनी में यमुना का जलस्तर तीन सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ने लगा है। वहीं, गंगा की जलस्तर वृद्धि रुकी है।
माताटीला बैराज से पिछले दिनों छोड़ा गया साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी बुधवार शाम तक संगम पहुंचने की संभावना है। बैराज का पानी पहुंचने पर यमुना में जलवृद्धि और तेज होगी तो गंगा पर दबाव बढ़ेगा। इससे गंगा में बैकफ्लो होगा और जलस्तर बढ़ने से तटीय इलाकों की आबादी के आसपास पानी पहुंच सकता है।
सिंचाई विभाग के इंजीनियर बड़े हनुमान मंदिर के पास गंगा के पहुंचने का अनुमान लगा रहे हैं। सिंचाई विभाग (बाढ़ प्रखंड) के अधिशासी अभियंता बृजेश कुमार ने बताया कि गंगा-यमुना खतरे के निशान से बहुत दूर है लेकिन यमुना का जलस्तर अधिक बढ़ने से संगम और गंगा के कछार में पानी फैलेगा। अधिशासी अभियंता के मुताबिक बैराज का पानी पहुंचने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
गंगा-यमुना का जलस्तर (रात आठ बजे)
स्थान नदी जलस्तर
फाफामऊ गंगा 79.57 मीटर
छतनाग गंगा 77.80 मीटर
नैनी यमुना 78.44 मीटर
नदियों में जलस्तर बढ़ने की स्थिति
-यमुना में सुबह आठ बजे से औसत तीन सेमी प्रति घंटा वृद्धि
-गंगा में सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक तीन सेमी वृद्धि
-फाफामऊ में शाम चार बजे से देर रात तक गंगा में वृद्धि रुकी