सिग्नलिंग की वजह से नहीं थमेगी ट्रेनों की रफ्तार
अति व्यस्त दिल्ली-हावड़ा रूट पर रेलवे ऑटोमेटिक सिग्नलिंग का काम तेजी से पूरा कर रहा है। इस रूट पर सिग्नलिंग की वजह से ट्रेनों की रफ्तार कम करनी पड़ी...

प्रयागराज। अति व्यस्त दिल्ली-हावड़ा रूट पर रेलवे ऑटोमेटिक सिग्नलिंग का काम तेजी से पूरा कर रहा है। इस रूट पर सिग्नलिंग की वजह से ट्रेनों की रफ्तार कम करनी पड़ी थी। सिस्टम ऑटोमेटिक होने से रफ्तार नहीं थमेगी। प्रयागराज से कानपुर के बीच ट्रेनों की रफ्तार और बेहतर हो इसके लिए कटोघन से सतनरैनी स्टेशनों के बीच 14.29 किलोमीटर की दूरी तक ऑटोमेटिक सिग्नलिंग प्रणाली पूरी हो गई। रेलवे ने कटोघन से खागा वखागा - सतनरैनी खंड पर इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग आधारित आाटोमैटिक सिग्नलिंग प्रणाली को हाईटेक कर दिया है। दिल्ली - हावड़ा मेन लाइन में मात्र दो ब्लाक सेक्शन में ही मैनुअल सिग्नलिंग का कार्य बचा है। इससे अब ट्रेनों सिग्नल न मिलने जैसी समस्या और गति धीमी करने की समस्या नहीं झेलनी होगी। यहां रिले हट में इंटीग्रेटेड पावर सप्लाई सिस्टम भी लगाया गया है। डेटालागर लग जाने से अब सिग्नलिंग उपकरणों बेहतर ढंग से काम करेंगे।