मेरे हिस्से की संपत्ति छोटे भाई को दे दी जाए, लिखकर दे दी जान
मेरे हिस्से की संपत्ति मेरे छोटे भाई को दे दी जाए। एक पर्ची पर यह लिखकर करेली के व्यापारी जफर अहमद ने छिवकी जंक्शन पर ट्रेन से कटकर जान दे...
मेरे हिस्से की संपत्ति मेरे छोटे भाई को दे दी जाए। एक पर्ची पर यह लिखकर करेली के व्यापारी जफर अहमद ने छिवकी जंक्शन पर ट्रेन से कटकर जान दे दी। इस घटना की जानकारी जब उसके परिजनों से मिली तो परिवार में कोहराम मच गया।
छिवकी जंक्शन से करछना की ओर जाने वाली रेलवे लाइन के खंभा नंबर 34 के पास 50 वर्षीय एक व्यक्ति की लाश मिली। मौके पर पहुंची जीआरपी ने जांच की तो मृतक के जेब में मिले कागज के आधार पर उसके घरवालों को सूचना दी गई। पुलिस ने बताया कि करामत की चौकी, करेली निवसी 50 वर्षीय जफर अहमद ने ट्रेन से कटकर जान दी थी। मौके पर पहुंचे जफर के बेटे अकबर ने शव की शिनाख्त की। जीआरपी छिवकी प्रभारी राकेश राय ने बताया कि मृतक जफर की जेब में मिली पर्ची पर लिखा था कि मेरे हिस्से का पैसा या संपत्ति मेरे छोटे भाई को दे दिया जाए।
विदेश से लौटने के बाद बनवाया था 80 लाख का मकान
बताया जा रहा है कि जफर का दरियाबाद में एक पुश्तैनी मकान है जिसमें उसके भाई का परिवार रहता है। जफर कुछ साल पहले विदेश कमाने गया था। वहां की कमाई से उसने करेली में 80 लाख की कीमत से आलीशन मकान बनवाया। उसी मकान में वह अपने परिवार के साथ रहने लगा था। करेली में उसने एक फैक्ट्री भी लगवाई थी। उसका बेटा भी विदेश जा चुका है। इधर, कुछ दिनों से पुश्तैनी मकान में हिस्सेदारी को लेकर विवाद चल रहा था। जफर की मौत के बाद मोहल्ले में चर्चा थी कि पुश्तैनी मकान में भाई को हिस्सा देने के लिए वह कह रहा था लेकिन कुछ लोग तैयार नहीं थे।