दो दिन की बारिश से फिर दिखने लगे गड्ढे
राष्ट्रपति के आने से पहले सड़कों पर जगह-जगह खुदे गड्ढे रातों-रात पाट दिए गए थे। सप्ताहभर पहले खर्च करोड़ों रुपये दो दिन की बारिश में बह गए। तारकोल...
राष्ट्रपति के आने से पहले सड़कों पर जगह-जगह खुदे गड्ढे रातों-रात पाट दिए गए थे। सप्ताहभर पहले खर्च करोड़ों रुपये दो दिन की बारिश में बह गए। तारकोल से भरे गए गड्ढे अब फिर दिखने लगे हैं। इससे एक बार फिर राहगीरों को जगह-जगह हिचकोले खाने पड़ेंगे।
11 सितंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रयागराज आए थे। आगमन से कई दिन पहले से पीडब्ल्यूडी ने हाईकोर्ट जाने वाले रास्तों के अलावा सिविल लाइंस, लाउदर रोड, चौफटका समेत कई सड़कों की मरम्मत की थी। महीनों से खुदे गड्ढे तारकोल से पाट दिए गए। बुधवार व गुरुवार को हुई मूसलाधार बारिश में सप्ताहभर पहले पाटे गए गड्ढे फिर पुराने रूप में आ गए। पीडब्ल्यूडी का कहना है कि बारिश के बाद मरम्मत कार्य पहले से ही प्रस्तावित है।
शास्त्री पुल की हालत और खराब :
लंबे समय से जर्जर हालत झेल रहा शास्त्री पुल बारिश के कारण और बदतर हालात में पहुंच गया। जगह-जगह खुदे गड्ढे दोबारा उभर आए। कई जगह सरिया साफ दिखने लगीं। आवागमन में राहगीरों की तकलीफ और बढ़ गई। विभाग ने इसकी संपूर्ण मरम्मत का खाका तैयार किया है। शासन से मंजूरी का इंतजार है।
