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जैन मंदिरों में दस लक्षण महापर्व पर हुआ पूजन-अर्चन

दिगंबर जैन समाज के दस लक्षण पर्व के सातवें दिन शनिवार को नगर के विभिन्न जैन मंदिरों में उत्तम तप-धर्म की पूजा हुई। सुबह जैन मंदिर जीरो रोड और कर्नलगंज में अभिषेक, पूजन शांतिधारा और आरती की...

दिगंबर जैन समाज के दस लक्षण पर्व के सातवें दिन शनिवार को नगर के विभिन्न जैन मंदिरों में उत्तम तप-धर्म की पूजा हुई। सुबह जैन मंदिर जीरो रोड और कर्नलगंज में अभिषेक, पूजन शांतिधारा और आरती की...
1/ 2दिगंबर जैन समाज के दस लक्षण पर्व के सातवें दिन शनिवार को नगर के विभिन्न जैन मंदिरों में उत्तम तप-धर्म की पूजा हुई। सुबह जैन मंदिर जीरो रोड और कर्नलगंज में अभिषेक, पूजन शांतिधारा और आरती की...
दिगंबर जैन समाज के दस लक्षण पर्व के सातवें दिन शनिवार को नगर के विभिन्न जैन मंदिरों में उत्तम तप-धर्म की पूजा हुई। सुबह जैन मंदिर जीरो रोड और कर्नलगंज में अभिषेक, पूजन शांतिधारा और आरती की...
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हिन्दुस्तान टीम,प्रयागराजSat, 29 Aug 2020 04:12 PM
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दिगंबर जैन समाज के दस लक्षण पर्व के सातवें दिन शनिवार को नगर के विभिन्न जैन मंदिरों में उत्तम तप-धर्म की पूजा हुई। सुबह जैन मंदिर जीरो रोड और कर्नलगंज में अभिषेक, पूजन शांतिधारा और आरती की गई।

जीरो रोड जैन मंदिर में सर्वप्रथम शांति धारा दीपक जैन और निरुपमा रानी परिवार की ओर से की गई। झूंसी स्थित तपस्थली में विराजमान मुनिश्री विपुल सागर महाराज ने अपने ऑनलाइन सन्देश में कहा कि इच्छाओं पर काबू पाना ही सच्चा तप है। स्वाध्याय से विचारों में निर्मलता आती है, मन, विचार की निर्मलता से व्यक्ति वैराग्य की ओर बढ़ता है। इंद्रियों का गुलाम न होना सबसे बड़ा तप है।

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