हालात: हाथ से सिले मास्क पहनकर नर्सें कर रहीं ड्यूटी
इस मुश्किल वक्त में सेवा भाव से जुटीं नर्सों को मास्क भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। वह हाथों से सिले हुए मास्क लगाकर ड्यूटी कर रही हैं। सेनिटाइजर, ग्लव्स एवं कैप भी उन्हें नहीं दिया गया। इससे उनमें...
इस मुश्किल वक्त में सेवा भाव से जुटीं नर्सों को मास्क भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। वह हाथों से सिले हुए मास्क लगाकर ड्यूटी कर रही हैं। सेनिटाइजर, ग्लव्स एवं कैप भी उन्हें नहीं दिया गया। इससे उनमें असुरक्षा की भावना है। हम बात कर रहे हैं एसआरएन अस्पताल ड्यूटी करने वाली नर्सों की। अस्पताल में करीब साढ़े तीन सौ नर्स काम करती हैं। इनमें करीब 150 स्थायी रूप से तैनात हैं। बाकी संविदा पर ड्यूटी कर रही हैं।
कोरोना की महामारी में नर्स लगातार अपनी ड्यूटी दे रही हैं, लेकिन सुरक्षा के नाम पर उन्हें अस्पताल की ओर से कोई भी सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है। नर्सों ने बताया कि उन्हें न तो ग्लव्स दिया गया है और न ही मास्क। सेनिटाइजर एवं कैप भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। ऐसे में वह कपड़े का मास्क सिला कर इस्तेमाल कर रही हैं। राजकीय नर्सेज संघ की महामंत्री माधुरी देवी ने बताया कि कई बार मांग करने के बाद भी उन्हें ये सुविधा नहीं मिली। इस पर अस्पताल की चादरों का मास्क सिल कर उसी को उपयोग में लाया जा रहा है। एसआरएन अस्पताल के एसआईसी डॉ. एके श्रीवास्तव का कहना है कि शुरू में कुछ दिक्कत थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है। हां, सबको मास्क व सेनिटाइजर उपलब्ध कराना संभव नहीं है। जिसे जरूरी समझा जा रहा है उसे दिया जा रहा है।