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राजापुर में म्योर रोड के चौड़ीकरण की योजना निरस्त

राजापुर में यातायात चौराहा से अशोकनगर बाबा चौराहा तक म्योर रोड के चौड़ीकरण की योजना निरस्त हो गई...

राजापुर में म्योर रोड के चौड़ीकरण की योजना निरस्त
हिन्दुस्तान टीम,प्रयागराजThu, 25 Feb 2021 04:31 PM
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प्रयागराज। वरिष्ठ संवाददाता

राजापुर में यातायात चौराहा से अशोकनगर बाबा चौराहा तक म्योर रोड के चौड़ीकरण की योजना निरस्त हो गई है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के प्रस्ताव पर शासन ने योजना निरस्त कर दी। मार्ग चौड़ीकरण के लिए ली जाने वाली जमीन का मुआवजा देने का बजट न होने से योजना निरस्त की गई है। मार्ग चौड़ीकरण की योजना निरस्त होने से इसके किनारे रहने वाले सैकड़ों भवनस्वामी और व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है।

पीडीए ने 2019 में यातायात चौराहे से बाबा चौराहे के बीच म्योर रोड को 24 मीटर चौड़ा करने की योजना बनाई थी। मकानों के चिन्हांकन के बाद मार्ग किनारे रहने वाले भवन स्वामियों व व्यापारियों ने विरोध शुरू कर दिया। जबर्दस्त विरोध होने पर पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह ने तत्कालीन कांग्रेस विधानमंडल दल नेता अजय कुमार लल्लू से बात की। जिस पर लल्लू ने दो सितंबर 2019 को प्रकरण विधानसभा में उठाया। विधानसभा अध्यक्ष ने नगर नियोजन विभाग से जवाब देने का निर्देश दिया। विधानसभा में मामला उठने के बाद पीडीए ने मार्ग चौड़ीकरण की कवायद स्थगित कर दी। बीते 28 जनवरी को पीडीए अवस्थापना विकास निधि की बैठक में म्योर रोड के चौड़ीकरण पर चर्चा हुई।

मंडलायुक्त आर रमेश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि पीडीए की माली हालत ठीक नहीं है। ऐसे में मार्ग चौड़ीकरण के लिए मकानों को जमीन का मुआवजा नहीं दे पाएंगे। बैठक के बाद योजना निरस्त करते की सिफारिश शासन से की गई। इलाहाबाद उत्तरी के पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह ने बताया कि पीडीए की सिफारिश मानते हुए शासन ने म्योर रोड के चौड़ीकरण की योजना निरस्त कर दी है। अनुग्रह के मुताबिक विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में शासन ने योजना निरस्त होने की बात कही है।

फ्रीहोल्ड भूखंड व दुकानें टूटना बना मुद्दा

म्योर रोड किनारे कई भूखंड का फ्रीहोल्ड होना और दुकानों के टूटने से रोजी-रोटी संकट को देखते हुए योजना टाली गई। मार्ग चौड़ीकरण करते तो फ्रीहोल्ड जमीन के बदले पीडीए को मुआवजा देना पड़ता। व्यावसायिक भूखंडों को चार गुना तक मुआवजा देना पीडीए के लिए संभव नहीं था।

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