सौर ऊर्जा से तीन माह में रेलवे ने बचाए लाखों
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल में सौर ऊर्जा के जरिए रेलवे राजस्व की बड़े पैमाने पर बचत के साथ पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभा रहा...
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल में सौर ऊर्जा के जरिए रेलवे राजस्व की बड़े पैमाने पर बचत के साथ पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभा रहा है। वर्ष 2021-2022 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून तक में रेलने ने 4.53 लाख यूनिट हरित ऊर्जा का उत्पादित कर करीब 16.31 लाख रुपये की बचत की गई। प्रयागराज मंडल में 3.629 मेगा वाट पीक क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया गया है। इसमें रेलवे ने 120 किलोवाट पीक और बाहरी स्रोतों से 3.509 मेगावाट पीक क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड में स्थापित किया है।
वर्ष 2020-21 में 33.91 लाख यूनिट हरित ऊर्जा से करीब 1.09 करोड़ रुपये की बचत की गई। इस संयंत्र से उत्सर्जित हरित ऊर्जा के कारण पर्यावरण से लगभग 2.71 किलोटन कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है। जबकि 2019-20 में 34.09 लाख यूनिट हरित ऊर्जा से करीब 1.08 करोड़ रुपये बचाए थे। इससे पर्यावरण से लगभग 2.72 किलोटन कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है। पीपीपी मोड में प्रयागराज स्टेशन और परिक्षेत्र में रेलवे ने 1396 किलोवाट पीक क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया गया है। इसमें रेलवे ने 110 किलोवाट पीक क्षमता का ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया है। पिछले वित्तीय वर्ष में 1.52 लाख यूनिट हरित ऊर्जा का उत्सर्जन हुआ। नतीजतन करीब 53.98 लाख रुपये की बचत हुई और पर्यावरण से लगभग 1.22 किलोटन कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है।