पाश्चात्य विद्वानों ने लिखा नकारात्मक इतिहास : प्रो. अभय
प्रयागराज में इलाहाबाद संग्रहालय में प्रो. क्षेत्रेश चंद्र चट्टोपाध्याय स्मृति व्याख्यानमाला का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि प्रो. अभय कुमार सिंह ने भारतीय इतिहास और पाश्चात्य विद्वानों के पूर्वाग्रह पर...
प्रयागराज, संवाददाता। इलाहाबाद संग्रहालय में गुरुवार को प्रो. क्षेत्रेश चंद्र चट्टोपाध्याय स्मृति व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अभय कुमार सिंह ने इतिहास दर्शन के परिप्रेक्ष्य और सभ्यता के संपर्क सूत्र विषय पर बात रखी। उन्होंने कहा कि भारतीय इतिहास आरंभ से ही तथाकथित पाश्चात्य विद्वानों के जरिए पूर्वाग्रहवश नकारात्मक रूप में लिखा गया है। जिसे उन्होंने आर्यों के आक्रमण (जो बहुत दिनों तक स्थापित रहा और हालिया शोधों में इसका खंडन हुआ) के उदाहरण से अपनी बातों को स्पष्ट किया।
उन्होंने ईरान में अपने कार्यानुभव को भी साझा किया। कहा कि ईरान में पाणिनि व पतंजलि उतने ही आदरणीय हैं जितने भारत में। संग्रहालय के निदेशक राजेश प्रसाद ने कहा कि प्रो. चट्टोपाध्याय ने धर्म, दर्शन, संस्कृत व संस्कृति की जो सेवा की है वह अप्रतिम है। अध्यक्षता करते हुए प्रो. हरि नारायण दुबे ने कहा कि संस्था संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के गुरुतर दायित्व में पूरी तरह सफल है। संचालन व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राजेश मिश्र ने किया। इस मौके पर प्रो. एचडी शर्मा, प्रो. सालेहा रशीद, डॉ. शांति चौधरी, प्रो. आरसी त्रिपाठी, डॉ. रंजन शुक्ल, डॉ. राम नरेश तिवारी, प्रो. हर्ष कुमार आदि मौजूद रहे।
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