साढ़े चार हजार करोड़ के निवेश से बदलेगी शहर की सूरत
अगले एक साल में प्रयागराज की सूरत और बदलने लगेगी। यह बदलाव होगा रीयल एस्टेट में तीन साल में होने वाले लगभग साढ़े चार हजार करोड़ के निवेश से, जिसके लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में एमओयू हो चुका है।
प्रयागराज। अगले एक साल में प्रयागराज की सूरत और बदलने लगेगी। यह बदलाव होगा रीयल एस्टेट में तीन साल में होने वाले लगभग साढ़े चार हजार करोड़ के निवेश से, जिसके लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में एमओयू हो चुका है। खास बात यह है कि इनमें से लगभग तीन हजार करोड़ का निवेश कंपनियां वर्तमान वित्तीय वर्ष में करेंगी, बाकी रकम अगले दो वित्तीय वर्ष निवेश की जाएगी। इसका असर शहरी क्षेत्र में तो दिखेगा ही सबसे ज्यादा प्रभाव नैनी, झूंसी, फाफामऊ, झलवा और बम्हरौली के उन इलाकों में दिखेगा, जो सीमा विस्तार के बाद अब शहर का हिस्सा हो गए हैं। कंपनियां इन इलाकों में बहुमंजिला आवास बनवाएंगी। बड़ी आवासीय योजनाओं से इन क्षेत्रों में शहर की तरह बुनियादी सुविधाओं का भी तेजी से विस्तार होगा।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में रियल स्टेट में निवेश के लिए शहर की दस बड़ी रियल स्टेट कंपनियों ने कुल 41 आवासीय परियोजनाओं के लिए हस्ताक्षर हुए हैं। इन परियोजनाओं पर 4462 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इन 41 में से 32 परियोजनाओं पर इसी वित्तीय वर्ष में 2997 करोड़ का निवेश किया जाना है। खास बात यह है कि इनमें से 1414 करोड़ की 16 परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है। शेष पर मार्च 2024 से पूर्व काम शुरू हो जाएगा। 765 करोड़ दूसरे वित्तीय वर्ष यानी 2024-25 और बचे हुए 700 करोड़ तीसरे वित्तीय वर्ष यानी 2025-26 में निवेश किए जाएंगे। आवासीय नीति के तहत इन सभी 41 आवासीय परियोजनाओं के तहत बनने वाली आवासीय योजनाओं में गरीबों के लिए भी आवास मुहैया कराए जाएंगे।
