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कोरोना की रोकथाम में प्रयागराज मॉडल बनेगा

कोरोना की रोकथाम में लगातार बेहतरीन काम के कारण प्रयागराज जल्द ही मॉडल के रूप में सामने आएगा। जिले में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं। पिछले 15 दिनों से मृतकों की संख्या मरीजों की तुलना में एक...

कोरोना की रोकथाम में प्रयागराज मॉडल बनेगा
हिन्दुस्तान टीम,प्रयागराजFri, 23 Oct 2020 04:10 PM
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कोरोना की रोकथाम में लगातार बेहतरीन काम के कारण प्रयागराज जल्द ही मॉडल के रूप में सामने आएगा। मौत के आंकड़े कम होने के कारण इसका ऐलान जल्द ही हो सकता है। शासन स्तर पर रोजाना की रिपोर्ट तैयार हो रही है। जिले में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं। पिछले 15 दिनों से मृतकों की संख्या मरीजों की तुलना में एक फीसदी से कम रही है।

कैसे आई है कमी

प्रयागराज प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से इम्यूनिटी बढ़ाने वाली दवा हर मरीज को दी गई। बाकायदा इस दवा को ऐसे लोगों को भी दिया गया जो कोरोना योद्धा के रूप में काम कर रहे थे। इस दवा के चलते मरीजों की संख्या पहले की तुलना में काफी कम हो गई।

तैयार हो रही है रिपोर्ट

प्रयागराज में हर रोज कोरोना की रोकथाम के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं इसकी रिपोर्ट शासन को दी जा रही है। इसके साथ ही हर इलाके में कितनी बार सेनिटाइज किया जा रहा है। जहां पर मरीज पाए गए वहां पर क्या रणनीति बनाई गई, इसका भी पूरा ब्योरा शासन को भेजा रहा है।

रेड जोन से निकला बाहर

शासन की ओर से मरीजों की संख्या और मृतकों की संख्या के आधार पर रोजाना लिस्ट तैयार होती है। इस लिस्ट के अनुसार जिले रेड ओर ग्रीन जोन में आते हैं। इस लिस्ट में भी प्रयागराज अब रेड जोन में नहीं रह गया है। रोजाना संक्रमण से जान गंवाने वालों में भी प्रयागराज अपने से पीछे रहने वाले जिलों वाराणसी और गोरखपुर से आगे है।

अस्पतालों की संख्या हुई कम

अब से दो महीने पहले जब कोरोना संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा था तब कोरोना मरीजों के लिए तमाम अस्पतालों का बंदोबस्त किया गया था। शासन के निर्देश के अनुसार किसी अस्पताल में कम से कम 30 मरीज रखने चाहिए। वर्तमान में मरीजों की संख्या भी तेजी से कमी आई है। अब प्रतिदिन डेढ़ सौ के आसपास मरीज सामने आ रहे हैं। ऐसे में अस्पतालों को भी कम कर दिया गया है। वर्तमान में कोरोना मरीजों के लिए बेली और एसआरएन अस्पताल ही रखा गया है।

डॉक्टरों को दिया जा रहा है अवकाश

बीते सात महीनों में डॉक्टरों को बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ी। ऐसे में उन्हें भी आराम की जरूरत है। अब जबकि कोरोना का पहला चरण पूरी तरह से निकल चुका है प्रशासन ने अस्पतालों में डॉक्टरों को आराम के लिए अवकाश देना शुरू कर दिया है। रेलवे अस्पताल में प्रशासन की ओर से लगाए गए डॉक्टरों को अवकाश दिया गया है। बेली अस्पताल में भी जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेई को रिजर्व ड्यूटी करने वाले डॉक्टरों को लगाने के लिए कहा है। साथ ही एसआरएन में भी मुख्य भूमिका निभाने वाले 15-20 डॉक्टरों को छोड़कर शेष डॉक्टरों को फिलहाल आराम करने की सलाह दी गई है।

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