ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश प्रयागराजआसान नहीं होगा बलबीर गिरि का पट्टाभिषेक

आसान नहीं होगा बलबीर गिरि का पट्टाभिषेक

महंत नरेंद्र गिरि के बाद बाघंबरी मठ और हनुमान मंदिर का अगला दावेदार कौन होगा। आज भी यह अहम सवाल...

आसान नहीं होगा बलबीर गिरि का पट्टाभिषेक
हिन्दुस्तान टीम,प्रयागराजThu, 23 Sep 2021 04:10 AM
ऐप पर पढ़ें

महंत नरेंद्र गिरि के बाद बाघंबरी मठ और हनुमान मंदिर का अगला दावेदार कौन होगा। आज भी यह अहम सवाल है। महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में बलबीर गिरि को मठ और हनुमान मंदिर का महंत बनाने के लिए कहा है, लेकिन संतों की राय बहुत अलग है। संत इस सुसाइड नोट पर ही सवाल उठा रहे हैं। अगर निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि की बात को मानें तो यह सुसाइड नोट महंत नरेंद्र गिरि ने नहीं लिखा है।

उन्होंने बुध्रावार को मीडिया से कहा कि सुसाइड नोट उन्होंने देखा है। यह महंत नरेंद्र गिरि का हो ही नहीं सकता। उन्होंने सरकार से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई। कहा कि या तो सीबीआई जांच हो या फिर हाईकोर्ट के जज का पैनल इसकी जांच करें। यह सुसाइड नोट महंत नरेंद्र गिरि ने नहीं लिखा है। निर्मोही अनि अखाड़े के सचिव महंत राजेंद्र दास तो यहां तक कहते हैं कि जो महंत नरेंद्र गिरि बमुश्किल हस्ताक्षर कर पाते थे उन्होंने आखिर इतना लंबा चौड़ा पत्र कैसे लिखा। यह अपने आप में जांच का विषय है। महामंडलेश्वर महेशानंद ने भी कहा कि यह प्रमाणित नहीं हो रहा है कि पत्र महंत नरेंद्र गिरि ने लिखा है। अगर इन सभी बयानों को संत और महंत आधार बनाएंगे तो सुसाइड नोट ही सवालों के घेरे में आ जाएगा। एसे में फिर बलबीर गिरि का पट्टाभिषेक भी मुश्किल होगा। हालांकि निरंजनी अखाड़े में बलवीर गिरि को क्या पद दिया जाएगा, इस पर अंतिम निर्णय निरंजनी अखाड़े की टीम को ही लेना होगा।

निरंजनी अखाड़े के कारोबारी हैं बलबीर

निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्र पुरी के अनुसार, बलबीर गिरि निरंजनी अखाड़े में वर्ष 2004 में आए। इसके बाद लगातार अखाड़े में इन्होंने अपनी सेवा दी। वर्ष 2019 के प्रयागराज कुंभ मेले में इन्हें कारोबारी की पदवी दी गई। इसके बाद से बलबीर अखाड़े के महंत के सहयोगी के रूप में काम कर रहे हैं। मूलरूप से पंजाब के रहने वाले हैं। ज्यादातर हरिद्वार में रहते हैं। महंत नरेंद्र गिरि के नजदीकी शिष्यों में शामिल रहे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें