पांव पखार कर देवी स्वरूप कन्याओं का लिया आशीष
Prayagraj News - प्रयागराज में शारदीय नवरात्र की नवमी पर कन्याओं का विधिविधान से पूजन किया गया। मठ बाघंबरी गद्दी और अन्य शक्तिपीठों में कन्याओं की आरती उतारी गई। घरों में हवन-अनुष्ठान हुए और पारण 2 अक्टूबर को होगा।...

प्रयागराज, संवाददाता। शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर देवी स्वरूप में कन्याओं का विधिविधान से पूजन-अर्चन किया गया। आस्था भाव के बीच मठ बाघंबरी गद्दी व श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी से लेकर शक्तिपीठ मां कल्याणी देवी, मां ललिता देवी व मां अलोपशंकरी मंदिर का परिसर कन्याओं के पूजन से सराबोर दिखाई दिया। घरों में नौ दिनों का व्रत रखने वालों ने हवन-अनुष्ठान किए। हालांकि दोपहर बाद व्रतियों ने पारण शुरू किया लेकिन उदया तिथि की वजह से पारण दो अक्तूबर को किया जाएगा। बुधवार को मठ बाघंबरी गद्दी में महंत बलवीर गिरि ने कन्याओं की आरती उतारी, उन्हें भोजन कराकर दान-दक्षिणा दी और शीश झुकाकर कन्याओं से आशीर्वाद लिया।
महंत यमुना पुरी ने दारागंज स्थित अखाड़े के परिसर में कन्याओं का पांव पखार कर सभी को तिलक लगाया और आशीष लिया। अलोपीबाग स्थित मां अलोपशंकरी मंदिर के परिसर में सुबह नौ बजे से ही कन्याओं का पूजन करने के लिए आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में परिजन पहुंचे। मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर पूरे परिसर में दिनभर पूजन-अर्चन व भोजन कराया जाता रहा। मां कल्याणी देवी व मां ललिता देवी के परिसर में नौ दिनों से चल रहे शतचंडी यज्ञ का समापन हुआ। मंत्रोच्चार के बाद आहुतियां डाली गई। दोनों मंदिरों में शाम पांच बजे तक कन्याओं का विधिवत पूजन किया गया। वहीं घरों में हवन-अनुष्ठान के दौरान मंत्रों की गूंज सुनाई देती रही। अनुष्ठान के बाद पवित्र जल व हवन की राख को पूरे घर में छिड़का गया।
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