रमजान में लॉकडाउन का पालन कराने को जतन शुरू
तीन मई तक बढ़ाए गए लॉकडाउन में प्रशासन को एक और चुनौती का सामना करना पड़ेगा। 25 अप्रैल से रमजान शुरू हो रहा है। इबादत के महीने में लोग घर से भी निकलते हैं और मस्जिदों में तरावीह भी होती है। हर बार की...
तीन मई तक बढ़ाए गए लॉकडाउन में प्रशासन को एक और चुनौती का सामना करना पड़ेगा। 25 अप्रैल से रमजान शुरू हो रहा है। इबादत के महीने में लोग घर से भी निकलते हैं और मस्जिदों में तरावीह भी होती है। हर बार की तरह हालात सामान्य होते तो परेशानी नहीं होती लेकिन इस बार लॉकडाउन है। प्रदेश सरकार ने सभी प्रकार के धार्मिक आयोजनों पर रोक लगाई है। ऐसे में लोगों को अभी से समझाने के लिए बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया है।
अगर चांद दिखा तो रमजान 25 अप्रैल से शुरू होगा। पहले रोजे के साथ ही मस्जिदों में तरावीह होती है। किसी जगह तीन दिन तो किसी जगह कुछ ज्यादा दिन की तरावीह की जाती है। इसे लेकर ही सबसे ज्यादा प्रशासन ने तैयारी शुरू की है। मोहल्लों में कमेटियों को सक्रिय कर दिया गया है। मोहल्लों और मस्जिदों में भीड़ न हो, इसके लिए अभी से जिला प्रशासन ने बातचीत शुरू कर दी है। मजिस्ट्रेट और सीओ की टीम को तैनात किया गया है। एडीएम प्रशासन वीएस दुबे का कहना है कि लोगों से बातचीत की जाएगी। लॉकडाउन का पालन करना जरूरी है। हालांकि यहां के लोग समझदार हैं। पहले ही सार्वजनिक स्थानों पर धार्मिक आयोजन नहीं हो रहे हैं।
फीड बैक भी लेने के लिए कहा
अफसरों ने कर्मचारियों को ऐसे इलाकों में फीडबैक भी लेने के लिए कहा है जहां पर भीड़ हो सकती है। ऐसे स्थानों पर समय रहते टीम जाकर खुद बात करेगी। अफसरों का कहना है कि कोरोना जैसी घातक बीमारी को देखते हुए लोगों का घरों में रहना लगभग तय है इसलिए सभी जगह टीमें लगाई गई हैं।